
निरिक्षण में आंगनबाड़ी की खुली पोल, अ॑धेरे में बैठने को बच्चे हैं विवस।
जहानाबाद (बिहार) से ब्यूरो चीफ मनोहर सिंह का रिपोर्ट।
जहानाबाद -सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बालविकास परियोजना केवल कागजों पर ही सिमट कर रह गई है। आंगनबाड़ी सेविका द्वारा सरकार के खिलाफ हमेशा पर्दशन, धरना के माध्यम से अपनी मांगों पर विचार करने का दबाव बनाया जाता रहा है। परंतु आंगनबाड़ी केंद्रों की वस्तु स्थिति पर यदि गौर किया जाए, तो देखा जाएगा कि आंगनबाड़ी सेविका द्वारा केवल खानापूर्ति करने की बात सामने आएगी।
इसी कड़ी में आज जहानाबाद जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे द्वारा नगर प्रखंड क्षेत्र के केंद्र स॑खया 138 ऊटा का औचक निरीक्षण में पोल खुल गया।
निरिक्षण के क्रम में पाया गया कि बच्चे अ॑धेरे में बैठने को मजबूर है, जिससे बच्चों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
यही नहीं स्टाॅक पंजी भी खाली पाया गया। आंगनबाड़ी केंद्र मे ग॑दगी के साथ साथ शौचालय की स्थिति भी बद से बद्तर पाया गया। वही बच्चों को खेल एवं अध्यन में भी स॑तोषजनक नही मिलने से जिला पदाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा आई सी डी एस को आंगनबाड़ी सेविका के खिलाफ स्पष्टीकरण की मांग करने एवं आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही गई है।
इस बात की जानकारी जिला पदाधिकारी ने प्रेस रिलीज कर दिया है।
