न्याय के लिए दर दर भटक रही बेसहारा महिला।

Breaking news News बिहार



अ॑चल से लेकर थाना तक लगा चुकी गुहार, नहीं है कोई सुनने को तैयार।

रतनी -प्रख॑ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुरहारा अ॑तर्गत ग्राम सुरही की एक विधवा महिला करीब 10 वर्षों से न्याय के लिए दर दर भटक रही है,पर॑तु कोई पदाधिकारी उस महिला को सुनने को तैयार नहीं है।
बताया जाता है कि शकूराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम सुरही निवासी महिला उषा देवी पति स्व उमाशंकर प्रसाद को गांव के ही दब॑ग कृष्णा यादव पिता स्व कोमल यादव द्वारा आने जाने वाली रास्ता को अवरुद्ध कर दिया है। रास्ता अवरूद्ध होने के उपरांत महिला को घर से निकलना दुभर हो गया है।
वही महिला उषा देवी ने बताई कि मेरे मकान के सामने आम रास्ता है,जो सरकारी जमीन है।उसे कृष्णा यादव द्वारा अतिक्रमण कर ईंट से घेर लिया गया है। जिससे मुझे अपने घर से निकलना मुश्किल हो गया है।
वही महिला ने बताई कि इस सम्बंध में अंचल अधिकारी रतनी फरीदपुर को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग किया था। अंचल अमीन द्वारा मापी भी किया गया था। अंचल अमीन द्वारा वर्ष 2014 में अपने मापी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से खाता न 119 पलौट न 115 जो आम गैर मजरुआ आम रास्ता है। मापी के अनुसार आम रास्ता में कृष्णा यादव द्वारा 1320 वर्ग फीट अबैध रुप से कब्ज़ा करने की रिपोर्ट निर्गत किया गया है।
पर॑तु आज तक सरकारी जमीन को मुक्त नहीं कराया जा सका। जिससे मुझे घर से निकलना बंद हो गया है। वही महिला ने बताई कि वर्ष 2014 से कार्यालय का चक्कर लगा रही हूं,पर॑तु अभी तक मुझे न्याय नहीं मिल पाया है। महिला ने बताई कि अंचल एवं थाना का चक्कर लगाते लगाते थक चुकी हूं।पर॑तु कोई भी एक बेसहारा महिला के दर्द को नही समझ पा रहे हैं। मुझे अब घर से निकलना भी मुश्किल होता दिख रहा है।
आख़िर यहां सवाल उठता है कि सुशासन की सरकार में एक अबला महिला न्याय के लिए दर दर भटक रही है, फिर भी किसी भी सम्बंधित पदाधिकारी महिला की बात सुनने को तैयार नहीं है।
मामला चाहे जो कुछ भी हो लेकिन इतना तो तय है कि न्याय के लिए महिला दर दर भटकने को विबश है।