चंपारण की खबर::पोखरण में किए गए सफल परमाणु परीक्षण का सम्मान करते हैं, जिससे देश शक्ति संपन्न हुआ

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मोतिहारी/ राजन द्विवेदी।


कल संध्या चरखा पार्क परिसर के निकट नागरिक परिषद, मोतिहारी द्वारा डॉ० अतुल कुमार के संयोजकत्व में सामर्थ्य शक्ति दिवस का आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर साल 11 मई को भारत राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाता है। यह दिन 11 मई और 13 मई, 1998 को पोखरण में किए गए सफल परमाणु परीक्षण का सम्मान करता है।
इन परीक्षणों को सामूहिक रूप से ऑपरेशन शक्ति” के रूप में जाना जाता है, जिसने भारत की तकनीकी और वैज्ञानिक क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित किया और देश को एक परमाणु शक्ति के रूप में स्थापित किया।
श्री सिंह ने कहा कि 11 मई 1998 को भारत ने राजस्थान के थार रेगिस्तान में पोखरण परीक्षण रेंज में भूमिगत परमाणु परीक्षणों की एक श्रृंखला आयोजित की। यह भारत का दूसरा परमाणु परीक्षण था। 13 मई 1998 को दो और विखंडन बमों का विस्फोट किया गया और प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भारतीय सरकार ने भारत अपनी परमाणु शक्ति का प्रदर्शन करने और खुद को परमाणु-सशस्त्र राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए ऑपरेशन शक्ति का प्रदर्शन किया और भारत को पूर्ण परमाणु राज्य घोषित किया।
      उन्होंने कहा कि ऑपरेशन शक्ति का सबसे उल्लेखनीय पहलू यह था कि भारत ने पूरी तरह से स्वदेशी प्रयासों के माध्यम से परमाणु हथियारों का विकास और परीक्षण किया।


      श्री सिंह ने कहा कि ऑपरेशन शक्ति ने कई भारतीयों में गर्व और राष्ट्रीय पहचान की भावना जगाई। यह विश्व मंच पर भारत की संप्रभुता, आत्मनिर्भरता और तकनीकी कौशल के दावे का प्रतीक था। इसने दक्षिण एशियाई भू-राजनीतिक प्रक्रियाओं को भी प्रभावित किया, खास तौर पर भारत के परमाणु-सशस्त्र पड़ोसी पाकिस्तान के बारे में।
– भारत आतंकियों के छोटे शिविर पर हमला नहीं करेगा: राधामोहन सिंह


    भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष पर श्री सिंह ने कहा कि आईएसआई से करीबी संबंध रखने वाले मुरीदों के, बहावलपुर के आतंकी शिविरों पर हमला करके भारत ने जो संदेश दिया है, वह यह है कि हमने अपनी निगाह नहीं खोई है और हम आपको मुख्यालय पर ही निशाना बनाएंगे। हम छोटे शिविरों पर हमला नहीं करेंगे।
    उन्होंने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर तीनों लक्ष्य हासिल किए। सैन्य उद्देश्य यह है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था ‘मिट्टी में मिला देंगे, बहावलपुर, मुरीद के और मुजफ्फराबाद कैंप को मिट्टी में मिला दिया।’
राजनीतिक उद्देश्य यह रहा कि सिंधु जल संधि सीमा पार आतंकवाद से जुड़ी है। जब तक सीमा पार से आतंकवाद बंद नहीं होता, तब तक यह स्थगित रहेगी।
मनोवैज्ञानिक उद्देश्य यह रहा कि ‘घुस कर मारेंगे’, हमने उनके दिल में गहरी चोट पहुंचाई। हम बहुत सफल रहे।
   कार्यक्रम में मोतिहारी विधायक प्रमोद कुमार, उप महापौर डॉ० लालबाबू प्रसाद, डॉ० आशुतोष शरण, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन राज,  डॉ० अरुण कुमार, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, राजीव शंकर वर्मा, डॉ० मृगेंद्र कुमार, अमित सेन, मीना मिश्रा, संगीता चित्रांश, सुधांशु रंजन, गुलरेज शहजाद, साजिद रजा, गुलरेज शहजाद, विनोद कुशवाहा, पप्पू पाण्डेय, ऋषभ झा, सुधीर गुप्ता, बसंत कुमार सहित बड़ी संख्या में विभिन्न संस्थानों एवं संगठनों के लोग उपस्थित थे।