मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर 19 जनवरी को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर आज अमरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। इस दौरान कार्यक्रम की तैयारी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10 से 11 बजे डाकबंगला स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण से होगी। जिसके बाद गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। मेवाड़ के इस वीर योद्धा का कद 7 फीट 5 इंच और वजन 110 किलोग्राम था। उनकी असाधारण शारीरिक क्षमता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वे 81 किलोग्राम के भाले और 72 किलोग्राम के कवच सहित कुल 280 किलोग्राम के अस्त्र-शस्त्र के साथ युद्ध में उतरते थे। 1576 के ऐतिहासिक हल्दीघाटी युद्ध में महाराणा प्रताप ने अपनी 20,000 सैनिकों की छोटी सेना के साथ मुगल सेनापति राजा मानसिंह की 80,000 सैनिकों की विशाल सेना का वीरतापूर्वक सामना किया। महाराणा के जीवन में 11 पत्नियां, 17 पुत्र और 5 पुत्रियां थीं। उनका विवाह 1557 में 15 वर्षीय राजकुमारी अबज्दे से हुआ था। हल्दीघाटी युद्ध में उनके वफादार घोड़े चेतक ने घायल अवस्था में भी 26 फीट चौड़े नाले को पार कर महाराणा को सुरक्षित बचाया। यद्यपि चेतक ने वीरगति प्राप्त की, लेकिन वफादारी का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। मुगल सम्राट अकबर 30 वर्षों के प्रयास के बाद भी महाराणा प्रताप को पराजित नहीं कर सके।