मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
आज गांधी जयंती के अवसर पर राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के तत्वावधान में कृषि विज्ञान केंद्र, पिपराकोठी के अटल सभागार में गाय एवं गांधी विषय पर पशुपालकों का सम्मेलन कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम का प्रायोजन मदर डेयरी फल एवं सब्जी, नई दिल्ली ने किया था।
उक्त आयोजन में सांसद सह पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम में सर्वप्रथम एक लघु फ़िल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्य अतिथि सांसद श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी ने स्वदेशी नस्लों की वकालत गांधी ने टिकाऊ खेती के लिए गायों जैसे स्वदेशी पशुधन नस्लों के महत्व पर जोर दिया। उनका मानना था कि ये जानवर स्थानीय परिस्थितियों के लिए बेहतर रूप से अनुकूलित थे और मिट्टी और पारिस्थिति की तंत्र के लिए अधिक फायदेमंद थे।
उन्होंने कहा कि बापू ने जानवरों के साथ मानवीय व्यवहार की वकालत की। उन प्रथाओं को बढ़ावा दिया जो उनकी भलाई सुनिश्चित करती थीं। गांधी ने गायों को ग्रामीण जीवन के लिए पवित्र और आवश्यक माना, कृषि, दूध उत्पादन और जैविक खाद के स्रोत के रूप में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
श्री सिंह ने कहा कि गांधी ने टिकाऊ कृषि पद्धतियों की वकालत की, किसानों को जुताई और परिवहन के लिए जानवरों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बाहरी इनपुट पर निर्भरता कम करते हुए उत्पादकता बढ़ाने के लिए बैलों और अन्य स्थानीय पशुओं के उपयोग के लाभों पर प्रकाश डाला।
अपने पूरे अभियान के दौरान गांधी ने जानवरों के साथ मानवीय व्यवहार पर जोर दिया। उनका मानना था कि पशुधन की देखभाल एक नैतिक जिम्मेदारी है और कृषक समुदायों के समग्र स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक है। उन्होंने किसानों को मिश्रित कृषि प्रणाली अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जहां फसलों और पशुधन का प्रबंधन एक साथ किया जाता था। इस दृष्टिकोण से न केवल खाद के माध्यम से मिट्टी की उर्वरता में सुधार हुआ, बल्कि किसानों की आय के स्रोतों में भी विविधता आई।
मंचासीन अतिथियों में मोतिहारी विधायक पूर्व मंत्री प्रमोद कुमार, जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, पिपरा विधायक श्यामबाबू यादव, गोविंदगंज विधायक सुनील मणि तिवारी, पूर्व विधायक सचिन्द्र प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति प्रकाश अस्थाना, अधिष्ठाता आर०के० झा पंडित दीनदयाल उद्यान एवं वानिकी महाविद्यालय, अरविंद सिंह प्रधान वैज्ञानिक केवीके पिपराकोठी, परियोजना निदेशक ए० कुंडू, बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी के सीईओ राजीव कुमार के अतिरिक्त कृषि वैज्ञानिक राजीव कुमार, डॉ० अभय कुमार, डॉ० गायत्री कुमारी, वैज्ञानिक सविता कुमारी, डॉ० डी बी सिंह प्रधान वैज्ञानिक अटारी पटना, अनूप कुमार यूनिट हेड मदर डेयरी, अंशु गंगवार, मनीष कुमार, अर्णव कुंडू, सरोज रंजन पटेल, डॉ० अभय कुमार वरीय वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र परसौनी, डॉ० कृष्ण मोहन प्रधान वैज्ञानिक पशु प्रजनन उत्कृष्टता केंद्र, गोकुल मिशन, मयंकेश्वर सिंह, मोहिब्बुल हक, मार्तण्ड नारायण सिंह, अब्दुल कलाम, गुलरेज शहजाद, पंकज सिन्हा, विनोद कुशवाहा, राकेश गुप्ता, मीना मिश्रा, शोभा गुप्ता, माला सिन्हा एवं पूजा सिंह सहित बड़ी संख्या में पशुपालक किसान उपस्थित थे।