सहारनपुर/उप्र/बिना कुर्सी के कुर्सी का आनंद लेते हैं योगीखास अंदाज में कराया सबको योगाभ्यास।

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ब्यूरो सहारनपुर।

सहारनपुर 20 मई। अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु और भारत सरकार द्वारा देश के अग्रणी योग संस्थानों में से एक मोक्षायतन योग संस्थान के संस्थापक व भारतयोग के प्रणेता पद्मश्री स्वामी भारत भूषण के सान्निध्य में जिला प्रशासन द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस पार्क में आयोजित दिवस कार्यक्रम के मुख्य आयोजन का शुभारंभ प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, महापौर डा अजय सिंह, विधान परिषद सदस्य शाहनवाज खान, नगर विधायक राजीव गुंबर, मंडलायुक्त ऋषिकेश यशोद और जिलाधिकारी डा दिनेश चंद्र सिंह की संयुक्त उपस्थिति में शंखध्वनि के बीच साधना दीप जलाकर किया गया। प्रख्यात योग गुरु के सान्निध्य में हुए इस अनूठे योग दिवस सामूहिक योगाभ्यास में बड़ी तादाद में सभी वर्गों के स्त्री पुरुषों की उत्साहभरी उपस्थिति में योग गुरु ने बड़े रोचक अंदाज में योगिराज शिव योगेश्वर कृष्ण, ऋषियों, नानक, कबीर के उद्धरण दे कर योगाभ्यास कराने के साथ ही योग को हिंसामुक्त सात्विक आहार और सत्य अस्तेय ब्रह्मचर्य व अपरिग्रह के साथ सही और पूर्ण रूप में अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जैसे बहुत अच्छे बीज को फलने के लिए उर्वरा भूमि चाहिए इसी तरह योग को फलने के लिए हमे जाने अंजाने यम और नियमों का पालन करना ही होगा इनके बिना योगिक क्रियाओं को अच्छे से सीख लेने के बावजूद हमारे जीवन पर उनका पूरा असर संभव नहीं है। उन्होंने उत्कट आसन कराते हुए चुटकी भी ली और कहा कि ये आसन बताता है कि योगी लोग बिना कुर्सी के कुर्सी का आनंद ले लेते हैं। गुरु ने यहां मौजूद उद्यमियों, श्रमिकों, युवाओं, अधिकारियों, महिलाओं और गण्यमान्य लोगों को योग के नए रूप से परिचय कराया। योग गुरु ने कहा कि योग में मानवता के सामने आने वाली हर समस्या का समाधान है।


उन्होंने स्थाई स्वास्थ्य के लिए मेंढक से जुड़ी वो क्रियाएं सिखाई जिनसे मेंढक बिना भोजन के भी छह महीने पूरी ऊर्जा से जीवित रह लेता है। स्वामी भारत भूषण ने कहा कि वो अपने शहर सहारनपुर के ऋणी हैं क्योंकि योग साधना और शक्ति साधना के क्षेत्र में देश और दुनिया मे वह जो कुछ कर सके हैं उसका आधार मेरे सहारनपुर की मिट्टी है।
ज्ञातव्य है कि योगी भारत भूषण को योग में नित नए सफल प्रयोगों के लिए जाना जाता है। भारत सरकार का अंतर्राष्ट्रीय योग गीत, अश्वारोही योग, भारत योग गतियां, विश्वविद्यालीय शिक्षा के लिए योग डिग्री कोर्स बनाने, दो राष्ट्रपतियों को एकसाथ योगाभ्यास सिखाने, कॉमन योग प्रोटोकॉल और कोरोना रोधी योग प्रोटोकॉल बनाने के साथ इंडियन योग की प्राचीनता और मौलिकता को स्थापित करने के लिए भारत योग के संस्थापक के रूप में जाना जाता है। आयोजनस्थल पहुंचने पर मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, महापौर डा अजय सिंह, विधायक राजीव गुंबर व जिलाधिकारी डा दिनेश चंद्र सिंह ने
योग गुरु को पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र आदि भेंट कर स्वागत किया। स्वामी भारत भूषण ने मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, महापौर अजय सिंह, राजीव गुंबर, शाहनवाज के योगप्रेम को सराहते हुए जिलाधिकारी दिनेश चंद्र की इस रूप ने सराहना की कि उन्होंने जिलाधिकारी पद को साधना के आड़े नहीं आने दिया। योगी स्वामी भारत भूषण के साथ सहयोगी के रूप में योगाचार्य अनीता शर्मा और यश राणा ने क्रियाओं के प्रदर्शन दिए व मोक्षायतन संस्थान के साधक प्रशिक्षण सहयोगी के रूप में उपस्थित रहे।