अक्षय तृतीया के अवसर पर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरपुर जिला के प्रसिद्ध मंदिरों और शक्तिपीठों माँ चामुंडा स्थान, भैरव स्थान, शिव, महामाया स्थान, संतोषी माँ मंदिर में बाल विवाह रोक थाम हेतु शुक्रवार को जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मंदिर कमिटी के सदस्य, पुजारी, पंचायत प्रतिनिधि एवं समाज के प्रबुद्ध महिला एवं परुष सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट फाउंडेशन के परियोजनाकर्मी कुमार स्नेह एवं छोटेलाल कुमार ने कहा की मंदिरों का वैवाहिक कार्यकर्मों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। परन्तु यह भी सच है, कि प्रायः मंदिरों में बाल विवाह भी करवाया जाता है। इसीलिए हमारी संस्था द्वारा इस अक्षय तृतीया के अवसर पर ज़िले के तमाम प्रमुख मंदिरों में बाल विवाह को रोकने के लिए जागरूकता कार्क्रम का आयोजन किया जा रहा है । इस अवसर पर परियोजना परामर्शी मिथिलेश कुमार ने कहा कि बाल विवाह हमारे
सभ्य समाज के लिए बदनुमा धब्बा है और इसको रोकने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। खास कर जन प्रतिनिधियों, मंदिरों एवं मस्जिदों के धर्म गुरुओं को।