उप्र/सहारनपुर रामपुर मनिहारानश्री दिगम्बर जैन प्रबंध कार्यकारिणी समिति एवं जैन मिलन के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति सहित गुजरात के मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।

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रिपोर्ट वैभव गुप्ता।


मंगलवार को जैन समाज के प्रधान मनोज जैन के नेतृत्व में समाज के लोग तहसील में पहुंचे जहां उन्होंने देश की महामहिम राष्ट्रपति माननीया द्रौपदी मुर्मू एवं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नाम सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम डॉ पूर्वा शर्मा को सौंपा। जिसमें कहा कि 2 जुलाई 2025 को भगवान नेमिनाथ के निर्वाण कल्याणक पर देशभर से आए हजारों श्रद्धालुओं को पंचम टोंक पर पूजा, जयकारा, और निर्वाण लड्डू चढ़ाने से रोका गया। पुलिस ने रास्ते में 10 से अधिक स्थानों पर चेकिंग कर पूजन सामग्री जब्त की और महिलाओं के साथ कथित तौर पर अभद्रता की। समाज ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन और संवैधानिक अधिकारों की अवमानना बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और गुजरात राज्य गजेटियर में पंचम टोंक को जैन तीर्थस्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है, फिर भी वहां अवैध मूर्तियां स्थापित कर जैन समुदाय को पूजा से वंचित किया जा रहा है।जिसे लेकर जैन समाज में भारी रोष व्याप्त है। जैन समाज ने पंचम टोंक को संरक्षित जैन राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए, अवैध मूर्तियां हटाई जाएं, और श्रद्धालुओं को निर्बाध पूजा-अर्चना की अनुमति दी जाने की माँग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो समाज सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रधान मनोज जैन, महामंत्री निपुण जैन, वीरेन्द्र जैन, राकेश जैन, आर्जव जैन,अमित जैन, दीपक जैन, नीरज जैन, अरविंद जैन, नमन जैन, मुकुल जैन, शशांक जैन आदि सहित काफी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।