मोतीहारी / राजन द्विवेदी।
जन सुराज के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज बीपीएससी परीक्षा में की गई अनियमितताओं को लेकर कचहरी चौक पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने बिहार सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर सरकार के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर को गिरफ्तार किया और छात्रों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज करवाया। उन्होंने इसे लोकतंत्र का हनन बताया और कहा कि सरकार जनता और छात्रों की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है।
जिला अध्यक्ष रामशरण यादव ने कहा कि नीतीश सरकार लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रच रही है। छात्रों पर लाठीचार्ज और प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी इस बात का प्रमाण है कि सरकार जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर केवल सत्ता बचाने में लगी है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार कि लाठी तंत्र वाली सरकार तानाशाह कि दमनकारी, निरंकुश, लोकतंत्र विरोधी रवैया एवं छात्रों, शिक्षकों, जीविका, आशा रसोईया पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज पेपर लीक, बीपीएससी अभ्यर्थीयों के साथ अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ यह प्रदर्शन रुकने वाला नहीं है, जब तक कि सरकार छात्रों कि मांग को मान नहीं लेती है।
वहीं, अन्य नेताओं ने भी सरकार पर दमनकारी नीतियों का आरोप लगाते हुए कहा कि जन सुराज के आंदोलन को कमजोर करने के लिए यह साजिश रची जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज का आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा और इसे रोकना सरकार के लिए असंभव है। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाए और चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी नीतियों में जल्द सुधार नहीं किया, तो आंदोलन और तेज होगा।
जन सुराजी नेताओं ने कहा कि यह आंदोलन बिहार के छात्रों और उनके भविष्य की रक्षा के लिए है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस संघर्ष में साथ आएं और सरकार की दमनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध करें।