मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
माइक्रो फाइलेरिया की खोज को लेकर जिले के सभी 27 प्रखंड में हुए नाइट ब्लड सर्वे में तुरकौलिया प्रखंड में 600 लोगों के रक्त के नमूने लिए गये थे। इनकी जाँच के बाद 7 लोग पॉजिटिव पाए गए। स्थानीय पीएचसी तुरकौलिया की डॉ अंकिता कुमारी की देखरेख में इन सभी को 12 दिनों का दवा का कोर्स कराया जा रहा है।
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया कि मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से प्रसारित होने वाला यह गंभीर रोग है, जिसका कई वर्ष बीतने के बाद हाथी पाँव के रूप में फैलाव होता है। यह कष्टकारक रोग है, बचाव हेतु सर्वजन दवा सेवन करना व मच्छड़ से बचाव इसका एकमात्र उपाए है। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर फाइलेरिया के प्रसार दर का पता लगने के बाद लोगों को जागरूक करते हुए आगामी