(नीतेश सिंह महाराज व तरियानी छपरा मुखिया अर्पणा सिंह ने सभी जिलों वासियों के सुख समृद्धि एवं निरोगिता के लिए छठी मैया से प्रार्थना किया)
जिला संवाददाता विकास राठौड़
*SHEOHAR* : आस्था का महापर्व छठ धूमधाम से मनाया जा रहा है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दूसरे दिन, जिसे खरना कहा जाता है, व्रतियों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रसाद तैयार किया। खरना के अवसर पर व्रतियों ने पूरे दिन निर्जला उपवास रखने के बाद शाम को स्नान करके पूजा की। पूजा में मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी जलाकर शुद्ध वातावरण में गुड़ और चावल से खीर बनाई गई। इसके साथ रोटी और फलों को भी प्रसाद के रूप में तैयार किया गया।
खरना पूजा के बाद व्रतियों ने यह प्रसाद ग्रहण किया और फिर से निर्जला उपवास शुरू कर दिया, जो अब अगले 36 घंटों तक जारी रहेगा। इस उपवास के दौरान व्रती न जल ग्रहण करते हैं और न ही अन्न। उनका यह कठिन तप भगवान भास्कर और छठी मैया को समर्पित होता है।
मुरली मनोहर सिंह और शैलेन्द्र कुमार उर्फ गुलाब सिंह तरियानी छपरा ने सभी जिलों वासियों के सुख समृद्धि एवं निरोगिता के लिए छठी मैया से प्रार्थना किया।
कल छठ पर्व के तीसरे दिन, भगवान भास्कर को संध्या अर्घ दिया जाएगा। व्रती पारंपरिक गीतों के साथ नदियों, तालाबों और जलाशयों के किनारे एकत्रित होंगे। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान संध्या बेला में भक्तगण सूर्यदेव की पूजा करते हैं। अर्घ्य के लिए बांस के सूपों में ठेकुआ, फल, नारियल और अन्य पारंपरिक प्रसाद सजाए जाते हैं। व्रतियों और श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर होता है, और पूरे वातावरण में छठ गीतों की धुन गूंजने लगती है।
स्वच्छता अभियान चलाए जा रहे हैं, और जलाशयों को साफ करके सजाया गया है। प्रशासन ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।