
जहानाबाद (बिहार) से ब्यूरो चीफ मनोहर सिंह का रिपोर्ट।
जहानाबाद -प्रधानमंत्री टी0बी0(यक्ष्मा) मुक्त भारत अभियान के तहत इलाजरत यक्ष्मा के मरीजों के बीच फूड बास्केट का जिला पदाधिकारी ने किया वितरण, टी0बी0 के मरीजों से बीमारी पर विजय पाने के लिए नियमित दवा एवं पोषक आहार लेने की अपील
आज दिनांक 02 .11. 24 को जी0एन0एम0 शिक्षण संस्थान के परिसर में, जिला पदाधिकारी ,अलंकृता पांडे ने राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत प्रधानमंत्री टी0बी0 मुक्त भारत अभियान के तहत जहानाबाद जिले के कुल 45 ईलाजरत टी0बी0 के मरीजों को विभिन्न निश्चय मित्रों द्वारा फूड बास्केट के वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।

राष्ट्रीय यक्ष्मा निश्चय मित्र के रूप में जिला पदाधिकारी द्वारा दो , सिविल सर्जन द्वारा दो, सीडीओ द्वारा दो, डी0आई0ओ0 द्वारा दो , डीपीएम द्वारा दो, डब्लू0एच0ओ0 द्वारा दो, एपिडेमियोलॉजी द्वारा यूनिसेफ द्वारा दो यूनिसेफ द्वारा दो,यू0एन0डी0पी0 द्वारा दो, प्रत्येक प्रखंड के प्रखंड प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा दो, एवं अन्य अधिकारी एवं कर्मी द्वारा टी0बी0 मरीजों को फूड बास्केट का वितरण किया गया।
इस अवसर पर यक्ष्मा रोग से पीड़ित मरीजो,उनके परिजनों एवं चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी के द्वारा ,
1) ईलाजरत टी0बी0 (यक्ष्मा)मरीजो से अपील की गई की यक्ष्मा मुक्त भारत अभियान के तहत ₹500 प्रतिमाह का भुगतान पोषण आहार के लिए किया जा रहा है, अतः किसी अन्य कार्य में इसका उपयोग न करें एवं अपने स्वास्थ्य देखभाल के लिए पोषण एवं पोषक आहार की आवश्यकता को समझे एवं पोषक आहार के मद में ही इसे खर्च करें।
2) टी0बी0(यक्ष्मा) का इलाज संभव है एवं इसके लिए जरूरी है कि सही पोषक आहार ले। साथ-साथ इलाज के लिए जो दवाइयां दी जा रही है उसे नियमित ले ,उसे छोड़े नहीं।

3) जिला पदाधिकारी के द्वारा सिविल सर्जन को ,यक्ष्मा रोग से पीड़ित शत प्रतिशत मरीजो को फूड बास्केट जैसे लाभ मिल सके इसके लिए प्रयास करने का निर्देश दिया गया।
क्षय रोग (TB) के खिलाफ देश की लड़ाई में तेज़ी लाने और वर्ष 2025 तक रोग को खत्म करने के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने का निर्णय लिया गया है।माननीय राष्ट्रपति के द्वारा प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ किया गया है।
इसका उद्देश्य यक्ष्मा रोगियों के उपचार परिणामों में सुधार के लिये अतिरिक्त रोगी सहायता प्रदान करना है।