मोतिहारी/ राजन द्विवेदी।
भारतीय स्वाधीनता संग्राम में अपनी भूमिका निभाने के बाद राष्ट्र निर्माण के लिए जो सपना श्रीकृष्ण सिंह ने देखा था, उस सपने को अखंड बिहार के मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने ही कार्यकाल में पूरा किया।
उक्त बातें डॉ सीबी सिंह ने श्रीबाबू के 137 वीं जयंती के अवसर पर भूमिहार -ब्राह्मण छात्रावास के राय हरिशंकर शर्मा सभागार में कहीं। उन्होंने कहा कि श्रीबाबू समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए सिर्फ चिंता ही नहीं कार्य को मूर्त रूप में विश्वास करते थे। इसके कई उदाहरण भी है। श्रीकृष्ण सिंह सेवा मंडल के अध्यक्ष राय सुंदर देव शर्मा ने कहा कि बिहार को औद्योगिक क्रांति की कड़ी में जोड़ने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री श्रीबाबू थे । लम्बी लड़ाई के बाद बिहार की दूसरी राजधानी रांची में एचटीसी की स्थापना की थी। जिसे मदर प्लांट कहा जाता है। आज नई पीढ़ी को ऐसे व्यक्ति की जरूरत पड़ रही है। इस अवसर पर समाज के लिए उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को अंग वस्त्र पुष्प गुच्छ व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में डॉ सीबी सिंह, डॉ टीपी सिंह, डॉ विनोद पाण्डेय, शिवपूजन ठाकुर अधिवक्ता, अशोक दुबे अधिवक्ता, शिक्षक योगेंद्र सिंह , उदय नारायण सिंह, कृषि के लिए विजय पाण्डेय, श्याम बाबू सिंह वराजीव कुमार द्विवेदी अधिवक्ता, वीरेंद्र प्रसाद सिंह , चंद्रशेखर सिंह विजय पाण्डेय, कुमार केशव, यतीन्दर कश्यप , धनंजय कुमार, मुक्ति कुमार सिंह, प्रिया रंजन शर्मा, वशिष्ठ कुमार शुक्ला, मोहन सिंह, ललन राय, रवि नारायण राय ,सत्यानंद सत्यार्थी आदि शामिल है। इस अवसर पर विचार व्यक्त रखने वाले में देशबंधु सिंह, विक्रमा सिंह, रंजन शर्मा, मिथिलेश सिंह, सुरेश प्रसाद सिंह, अजय देव, सुधांशु शर्मा, इं विजय कुमार सिंह, विजय ठाकुर, चंदेश्वर सिंह, टुन्नी सिंह, राय रोहित शर्मा, उमेश ठाकुर, सुधांशु शर्मा, आनंद सिंह, नीरज शर्मा, आदि शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता अलोकचंद्र और संयोजन के अमित अनिल के द्वारा किया गया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन पाराशर प्रभात ने किया।