जहानाबाद से पिछड़ा-अतिपिछड़ा जगाओ यात्रा की किया गया शुरुआत ।

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अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग स॑घ की बैठक जिले के एक निजी रेस्ट हाउस में हुआ सम्पन्न।

जहानाबाद (बिहार) से ब्यूरो चीफ मनोहर सिंह का रिपोर्ट।

जहानाबाद -स्थानीय मंगलम हॉल में जोरदार तरीके से अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग स॑घ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इन्द्र कुमार सिंह च॑दापुरी को स्वागत किया गया, तथा विस्तारित 65% आरक्षण का नीतीश फॉर्मूला जातिगत जनगणना और मंडल आयोग को पूर्णतः लागू करने को लेकर सैकड़ों नवयुवकों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। उनके साथ मुख्य अतिथि अजय कानू भी साथ थे। सम्मेलन का उदघाटन बिहार के विभिन्न जिलों से आए सामाजिक, बौद्धिक, राजनैतिक चिंतकों, विचारकों व संगठनों के प्रबुद्ध संचालकों ने भारतव्यापी पिछड़ा वर्ग आंदोलन के सूत्रधार त्यागमूर्ति आर एल चंदापुरी के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर किया।


चंदापुरीने अपने उदघाटन भाषण में कहा- गैर बराबरी का सामना कर रहे प्रदेश व देश की बहुसंख्यक पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों को समानता के दायरे में लाने के लिए नीतीश फॉर्मूला देश के सर्वांगीण विकास के हित में एक संवैधानिक एवं सर्वमान्य कदम है जो एक नई राजनीतिक, आर्थिक एवं सामाजिक क्रांति का प्रकाश स्तंभ और मेरुदंड साबित होगा। आगे कहा कि मैंने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संविधान के अनुच्छेद 15(4) एवं 16(4) में संशोधन हेतु आरक्षण संशोधन बिल संसद से पारित कर उस नए कानून को नवीं अनुसूची में अंकित कर लागू करने की जानकारियां दी हैं । संसद में 200 से अधिक सांसद पिछड़े वर्गों के हैं। संसद में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटना जरूरी है ताकि देश की बहुसंख्यक लोगों के संवैधानिक हकों का संरक्षण किया जाए । बिहार के पिछड़े-अतिपिछड़े और वंचितों को उनके समुचित अधिकार, आरक्षण, सम्मान और पहचान मिले इसलिए मैं यात्रा पर निकला हूं। यह कोई चुनावी यात्रा नहीं है और न ही कोई भी राजनीतिक स्वार्थ इससे जुड़ा है। आजादी के 78 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी आरक्षण विरोधी षड्यंत्रकारी शक्तियों द्वारा हमारे संवैधानिक अधिकारों को कुचलने का कार्य बदस्तूर जारी है, जिसे पहचानने की जरूरत है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे हितों के सबसे बड़े रक्षक हैं और सत्ता को शक्ति का केंद्र न मानकर जिम्मेदारी समझते हुए जिन इरादों, वादों और संकल्प के साथ उन्होंने राज्य के वंचितों के विकास हित में अपनी ऊर्जा दी है, निश्चित तौर पर हम उसे पूरा करके रहेंगे । श्री चंदापुरी ने सामाजिक, राजनीतिक व बौद्धिक चिंतकों और विभिन्न जातीय संगठनों के संचालकों से अपील करते हुए कहा कि इस यात्रा से खुद को जोड़ें और शामिल हों क्योंकि आपके बच्चों के सुरक्षित भविष्य को सुनिश्चित करने और संवारने का यह एकमात्र मौका है जिसे चूकिए मत।

मुख्य अतिथि अजय कानूने कहा कि- मैं इस यात्रा में हर कदम चंदापुरी जी के साथ हूं और यात्रा के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं। हम इस देश में बहुसंख्यक है बावजूद अपने संवैधानिक मांगों को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है, कब तक यूं ही भीख मांगते रहेंगे, अब सड़क से सदन तक हिला देंगे तब जाकर हमें हमारा हक मिल पाएगा । यह यात्रा राज्यव्यापी आंदोलन है जो कि समाज के सोए हुए लोगों को जगाने का कार्य करेगी और इतिहास बनाएगी। उन्होंने आगे कहा कि- यह यात्रा जहानाबाद से शुरू होकर बिहार के सभी जिलों में जाएगी, बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़ रहे हैं और अपनी सहमति प्रदान कर रह हैं। हमें जाति की भावना से ऊपर उठकर वर्ग की चिंता करनी होगी तब जाकर हमें हमारा अधिकार मिल पाएगा।
राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष शांति शाह ने कहा कि चंदापुरी जी के नेतृत्व में यह यात्रा आज समय की मांग है । सही मायनों में सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए त्यागमूर्ति आर एल चंदापुरी के बताए रास्तों पर चलना पड़ेगा। यह यात्रा जहां भी जाएगी हमारे समाज के लोगों के लिए एकजुटता का कार्य करेगी ।

अध्यक्षता भारतीय मोमिन फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ महबूब आलम अंसारी ने की तथा मंच संचालन श्रवण कुमार पासवान ने किया। सम्मेलन को राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष शांति शाह, राष्ट्रीय महासचिव डी पी साहू, कोषाध्यक्ष इंजी. के के सिंह चंदापुरी, प्रदेश उपाध्यक्ष लालमोहन सिंह, प्रदेश महासचिव नवल किशोर गुप्ता, सचिव रंजीत पटेल, महासचिव सिपाही यादव, शिल्पी ठाकुर, नवल प्रसाद कानू, अजय कुमार रविदास, विकास कुमार चंद्रवंशी, गणेश रजक, रमेश चंद्रवंशी, मनीष पासवान, पलटन सिंह सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।