स्वयं को डुबोकर ही खेल और अध्यात्म का मर्म जाना जाता है : अनिल कुमार सिंह
जहानाबाद। खेल और अध्यात्म में थ्योरी काम नहीं करता बल्कि साधक को स्वयं को इसमें डुबोना होता है। यानि प्रैटिकल के बिना सम्मलित हुए, इसका परिणाम नहीं मिलता है। उक्त बातें मगध चेतना मंच के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार सिंह ने मगध फुटबॉल एकादमी जहानाबाद की ओर से आयोजित खेल एक आध्यात्मिक संरचना के अवसर पर ताज पैलेस में एक सेमिनार को सम्बोधित करते हुए कहा। आगे कहा की हम लोग अपने जीवन में खेल को, बच्चों के लिए तथा अध्यात्म संन्यासी और बुजुर्गों के लिये छोड़ देते है और स्वयं जीवन भर इससे दूर रहते है। जबकि बेहतर जीवन के लिये खेल और अध्यात्म की ज़रूरत है।
इससे तन-मन तरोताज़ा रहता है। लोगों को जीवन भर इसके साथ साथ चलना चाहिए। इसके पूर्व अरवल ज़िला फुटबॉल संघ के उपाध्यक्ष सेवा निवृत पुलिस उपाधिक्षक श्री श्याम नारायण बाबु द्वारा अंग वस्त्र से लोगो को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक सह अरवल ज़िला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष राजीव रंजन जी ने मंच संचालन किया