रिपोर्ट वैभव गुप्ता।
रविवार को जैन संत आचार्य श्री 108 नयन सागर जी महाराज ने कस्बे में मंगल प्रवेश किया। जैन मुनि गुरू तीर्थ निर्मलायतन से विहार करके रामपुर में पहुंचे। जहां उनका श्री दिगम्बर जैन समाज द्वारा बैंड बाजे व गगनभेदी जयकारों से भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर नगर को गुब्बारों से सजाया गया बैंड बाजे और ढोल नगाड़े ने वातावरण को भक्तिमय बनाए रखा। रास्ते में कई जगह श्रदालुओ द्वारा उनकी आरती की गई।
इस अवसर पर प्रवचन देते हुए जैन मुनि नयन सागर जी महाराज ने कहा कि अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है। हिंसा में धर्म कही पर भी और कभी भी नहीं है इसलिए अहिंसा ही परम धर्म है जिसे जीवन पर्यन्त ग्रहण मनुष्य परम् धाम को प्राप्त होता है। इस दौरान जैन समाज के प्रधान मनोज जैन,उपप्रधान निपुण जैन, संजय जैन, अनुराग जैन, शशांक जैन, अमित जैन, वीरेश जैन, संजय जैन, अंशुल जैन, आर्जव जैन, प्रशांत जैन, विपुल जैन, शुभम जैन, अतुल जैन, संतोष जैन, अरविंद कुमार जैन सहित समाज के महिला पुरुष मौजूद रहे।