स्वास्थ्य सेवा के व्यवसायिकारण के दौर में पटना में एक ऐसे भी डॉक्टर है जो मानव सेवा के लिए खुद को समर्पित कर दिया है और पिछले चार साल में ग्रामीण स्वस्थ्य शिविर के माध्यम से लगभग 18000 वैसे लोगों का मुफ्त में जांच एवं इलाज किया है जो स्वास्थ्य सेवा से वंचित है। दानापुर में 150वें स्वास्थ्य शिविर के आयोजन के दौरान डॉ रमण ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य बीमारी का आरम्भिक अवस्था में जाँच के द्वारा पता लगा कर उसका इलाज शुरू करना है एवं लम्बी बीमारियों जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर इत्यादि के रोगी के लिए समय समय पर निःशुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध करवाना और नियमित दवा का सेवन करने के लिए मरीज को प्रेरित करना है ताकि बीमारी जानलेवा नहीं बने। डॉ रमण ने कहा कि मरीज़ों के लिए बभनपुरा गाँव में प्रत्येक शनिवार को और दानपुर में प्रत्येक रविवार को निःशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया जाता हैं। इस शिविर मे ब्लड प्रेशर , शुगर , हीमोग्लोबिन , ई.सी.जी. कान एवं आँख का जांच किया जाता है। इसके अलावा बिहार के विभिन्न जिला के गाँवो में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आजोजन किया जाता है। इस शिविर में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य जांच के बाद उचित सलाह और फ्री दवा दी जाती है। डॉ रमण ने अपनी एम.डी. की पढ़ाई एम्स पटना से की है। अभी सरकारी नौकरी कर रहे है। उन्होंने बतलाया कि नौकरी के एवज में जो उन्हें सैलरी मिलती है उसका अधिकांश भाग (70-80%) ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पर खर्च कर देते है। 150वें स्वास्थ्य शिवर में लगभग 200 लोगों का स्वास्थ्य परिक्षण किया गया एवं उचित सलाह के साथ मुफ्त दवा वितरण किया गया। इस मौके पर संजय कुमार डॉ विक्रम डॉ रंजीत डॉ प्रकाश, शंकर, सुधाकर ,आनंद ,राजू मौजूद रहे।