मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने समाहरणालय स्थित एनआईसी से जिला के सभी 12 विधानसभा के सहायक निर्वाचित पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर मतदान कर्मियों एवं पुलिस फोर्स को मतदान केंद्र तक ले जाने और मतदान की समाप्ति पर पुनः ईवीएम सहित कर्मियों को एमएस कॉलेज मोतिहारी में बनाए गए मतगणना केंद्र तक पहुंचाने के लिए वाहनों की आवश्यकता का आकलन कर लेने का निर्देश दिया।जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के सभी 3498 मतदान केंद्र 1885 भवनो में बनाए गए हैं। इसलिए कम से कम 1885 वाहनों की जरूरत तो निश्चित रूप से ही पड़ेगी। डीएम ने कहा कि कई भवन ऐसे हैं जहां दो-तीन या चार मतदान केंद्र तक बनाए गए हैं। ऐसे 92 भवन हैं जहां दो से अधिक मतदान केंद्र स्थित हैं। चार मतदान केंद्र वाले जिला में 42 भवन हैं। इसी को आधार बनाकर मतदान कर्मियों की संख्या को देखते हुए वाहनों की आवश्यकता का आकलन कर लिया जाए। मतदान केंद्र पर मतदान कर्मियों के साथ डिस्पैच सेंटर से पुलिस बल भी जाएगी। प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए कम से कम एक पुलिस पदाधिकारी एवं चार फोर्स दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त केंद्रीय पैरामिलिट्री की फोर्स भी रहेगी। पैरामिलिट्री फोर्स डिस्पैच सेंटर तक बसों से आएगी। वहां से मतदान केंद्र तक यह बल भी अलग-अलग भेजी जाएगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए सात कंपनी पारा मिलिट्री फोर्स प्राप्त हो रही है जो आठ गाड़ियों में आएगी। इस प्रकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए डिस्पैच सेंटर को 56 गाड़ियां सीपीएमएफ की भी उपलब्ध रहेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि मतदान केंद्र तक सभी मतदान कर्मियों, जिला पुलिस बल एवं केंद्रीय बल को डिस्पैच सेंटर से भेजना होगा जबकि मतदान के पश्चात पीठासीन पदाधिकारी, पी- 1, सेक्टर दंडाधिकारी और फोर्स ईवीएम के साथ मतगणना केंद्र एमएस कॉलेज तक आएंगे। इन सभी चीजों को ध्यान में रखकर वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित करानी होगी। वाहन पकड़ने का कार्य मतदान की तिथि से 5 दिन पूर्व प्रारंभ करना होगा एवं आवश्यकता अनुसार जिला के वाहन स्वामियों को वाहन उपलब्ध कराने की सूचना ससमय देनी होगी।वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, नगर आयुक्त नगर निगम मोतिहारी, सदर एसडीओ एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी उपस्थित थे।