
ननौता से रिपोर्टर पंकज कुमार
सहारनपुर के कस्बा नानौता मे स्थित राधा-कृष्ण चंदनदास धर्मशाला मे चल रही सप्त दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव के चौथे दिन कथावाचक अरूण कौशल व्यास महाराज ने भगवान श्रीराम व माता जानकी के विवाह प्रसंग का वर्णन किया, भगवान राम ने धनुष तोडकर माता सीता को स्वयंवर मे सभी राजाओ से बाहुबल से जीता। धन धनुष भंग होते ही राजा जनक की सभा में परशुराम का आगमन होता है और परशुराम व लक्ष्मण की तीखी नोकझोंक का प्रसंग सुनाते हुए भगवान परशुराम को भगवान श्री राम ने अपने दिव्य रूप के दर्शन कराए उसके बाद परशुराम सभा से चले गए और माता सीता और भगवान श्री राम का विवाह हुआ। पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के जयकारों से गूंज उठा। अरूण कौशल व्यास ने कहा कि भगवान श्रीराम का चरित्र मानव जीवन में सद्गुणों, त्याग और अनुशासन का आदर्श स्थापित करता है।
कथावाचक अरूण कौशल व्यास जी ने कहा कि यदि हर व्यक्ति राम के आदर्शों को अपनाए तो समाज में समरसता और सदभाव स्वतः स्थापित हो सकता है। श्रद्धालु भावविभोर होकर भक्ति रस में डूबते नजर आए। उन्होने
कहा कि कथा के माध्यम से लोगों को श्री राम भगवान के जीवन में अपनाई गई मर्यादा की सीख मिल रही है। हम सभी लोगों को भगवान के दिए गए संदेश का अनुसरण करना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख कृष्ण कुमार पुंडीर, रोबिन जैन, मा रामभूल सिंह पुंडीर, धर्मपाल अरोरा, अनुजवीर रोहिला, अर्पण गर्ग, सौरभ रोहिला, नरेश पांचाल, हरीश तनेजा, संजय नारंग, नीरज धीमान, सोनू नामदेव, विमल सैनी, कृष्ण कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।
