बैंकों को सुरक्षित रखने एवं अन्य सम्बंधित बिदूओ को लेकर पुलिस अधीक्षक ने बैक शाखा प्रबन्धक के साथ किया बैठक।

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पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार शाखा प्रबंधकों को दिया आवश्यक निर्देश।

जहानाबाद (बिहार) से ब्यूरो चीफ मनोहर सिंह का रिपोर्ट।

समाहरणालय स्थित ग्राम प्लेक्स सभागार में पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ,अपर समाहर्ता अनिल कुमार सिंहा, एवं अग्रणी प्रबंधक रवीन्द्र कुमार सिंहा की संयुक्त अध्यक्षता में बैंकों की सुरक्षा एवं अन्य संबंधित बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हेतु बैठक आयोजित की गई।

बैठक में बैंक शाखाओं की सुरक्षा एवं सुचारू संचालन सुनिश्चित करने हेतु निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया :
1. संदिग्ध व्यक्तियों पर सतर्कता – यदि कोई व्यक्ति मास्क/हेलमेट/चेहरा ढके हुए, बिना कार्य के देर तक बैठा हो या संदिग्ध गतिविधि कर रहा हो, तो उसकी सूचना तत्काल थाना को दें।. CCTV व्यवस्था – सभी कैमरे साफ एवं कार्यशील रहें, नाइट विज़न सुविधा हो तथा कैमरे मुख्य द्वार सहित आवश्यक स्थानों पर लगाए जाएं।DVR सुरक्षा – DVR सुरक्षित स्थान पर रखें, उसका डुप्लीकेट एवं ऑनलाइन बैकअप भी बनाएँ। लाइटिंग बोर्ड – सभी बैंक अपने परिसर के बाहर लाइटिंग बोर्ड लगाएँ जिस पर संबंधित थाना का संपर्क नंबर प्रदर्शित हो।
आगंतुक रजिस्टर – आगंतुक रजिस्टर मेंटेन कर उसे ऐसे स्थान पर रखें जिससे आगंतुक CCTV में रिकॉर्ड हो सकें।


थाना रजिस्टर – थाने से आने वाले सिपाही का नाम, कांस्टेबल नंबर, थाना नंबर एवं फोन नंबर दर्ज किया जाए तथा बैंक अधिकारी द्वारा उस पर काउंटर साइन किया जाए।
कैश काउंटर सुरक्षा –बैंकों को यह सुझाव भी दिया गया कि जिस काउंटर से कैश की लेन देन होती हैं वहां एक अलग छोटा केबिन हो जो की ग्राहक को पूरी तरह कवर करता हो ताकि किसी दूसरे व्यक्ति को उसके ट्रांजैक्शन की जानकारी न मिल सके। एवं साउंड बॉक्स के माध्यम से हिंदी/स्थानीय भाषा में सुरक्षा संदेश प्रसारित हों।
कैश डिपॉजिट टाइमिंग – पेट्रोल पंप इत्यादि बड़े नकद जमा करने वाले ग्राहकों को पैटर्न टाइम न देकर ब्लॉक टाइम की सलाह दी जाए।
खाता फ्रीज संबंधी निर्देश – केवल न्यायालय के आदेश के अनुसार ही खाता/विवादित राशि को फ्रीज किया जाए।
सायरन/अलार्म सुविधा – बैंक मैनेजर एवं कैशियर के अलावा अन्य स्टाफ को भी अलार्म की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
एटीएम सुरक्षा – जहां गार्ड की व्यवस्था नहीं है, वहां गश्ती सिपाही समयानुसार निगरानी करेंगे।
साइबर सुरक्षा – शाखाओं में QR कोड लगाकर ग्राहकों को साइबर क्राइम से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
कैश रेमिटेंस मूवमेंट – नकद परिवहन की सूचना थाना को देने पर थाना स्तर से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

बैठक में यह भी आश्वस्त किया गया कि जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेंगे।

  1. संदिग्ध व्यक्तियों पर सतर्कता – यदि कोई व्यक्ति मास्क/हेलमेट/चेहरा ढके हुए, बिना कार्य के देर तक बैठा हो या संदिग्ध गतिविधि कर रहा हो, तो उसकी सूचना तत्काल थाना को दें।. CCTV व्यवस्था – सभी कैमरे साफ एवं कार्यशील रहें, नाइट विज़न सुविधा हो तथा कैमरे मुख्य द्वार सहित आवश्यक स्थानों पर लगाए जाएं।DVR सुरक्षा – DVR सुरक्षित स्थान पर रखें, उसका डुप्लीकेट एवं ऑनलाइन बैकअप भी बनाएँ। लाइटिंग बोर्ड – सभी बैंक अपने परिसर के बाहर लाइटिंग बोर्ड लगाएँ जिस पर संबंधित थाना का संपर्क नंबर प्रदर्शित हो।
    आगंतुक रजिस्टर – आगंतुक रजिस्टर मेंटेन कर उसे ऐसे स्थान पर रखें जिससे आगंतुक CCTV में रिकॉर्ड हो सकें।
    थाना रजिस्टर – थाने से आने वाले सिपाही का नाम, कांस्टेबल नंबर, थाना नंबर एवं फोन नंबर दर्ज किया जाए तथा बैंक अधिकारी द्वारा उस पर काउंटर साइन किया जाए।
    कैश काउंटर सुरक्षा –बैंकों को यह सुझाव भी दिया गया कि जिस काउंटर से कैश की लेन देन होती हैं वहां एक अलग छोटा केबिन हो जो की ग्राहक को पूरी तरह कवर करता हो ताकि किसी दूसरे व्यक्ति को उसके ट्रांजैक्शन की जानकारी न मिल सके। एवं साउंड बॉक्स के माध्यम से हिंदी/स्थानीय भाषा में सुरक्षा संदेश प्रसारित हों।
    कैश डिपॉजिट टाइमिंग – पेट्रोल पंप इत्यादि बड़े नकद जमा करने वाले ग्राहकों को पैटर्न टाइम न देकर ब्लॉक टाइम की सलाह दी जाए।
    खाता फ्रीज संबंधी निर्देश – केवल न्यायालय के आदेश के अनुसार ही खाता/विवादित राशि को फ्रीज किया जाए।
    सायरन/अलार्म सुविधा – बैंक मैनेजर एवं कैशियर के अलावा अन्य स्टाफ को भी अलार्म की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
    एटीएम सुरक्षा – जहां गार्ड की व्यवस्था नहीं है, वहां गश्ती सिपाही समयानुसार निगरानी करेंगे।
    साइबर सुरक्षा – शाखाओं में QR कोड लगाकर ग्राहकों को साइबर क्राइम से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
    कैश रेमिटेंस मूवमेंट – नकद परिवहन की सूचना थाना को देने पर थाना स्तर से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

बैठक में यह भी आश्वस्त किया गया कि जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करेंगे।