चंपारण की खबर::लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत को शांतिपूर्ण और  सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाने के लिए डीएम एवं एसपी ने जारी किया संयुक्त आदेश 

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जिले में 711 स्थलों पर हुई  पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति, नियंत्रण कक्ष का नंबर किया जारी

   
मोतिहारी / राजन द्विवेदी।


जिला दण्डाधिकारी  सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक  स्वर्ण प्रभात ने लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व को शांति पूर्वक संपन्न कराने को लेकर संयुक्तादेश जारी किया है। जिसमें बताया है कि इस वर्ष छठ पूजा  05 नवम्बर 2024 को नहाय खाय के साथ प्रारंभ होगा। जबकि 06 नवम्बर को खरना एवं 07 नवम्बर को सूर्य षष्ठी अर्घ्य और 08 नवम्बर को सप्तमी तिथि को उदयमान सूर्य व्रती को अर्घ्य देने की सूचना है। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी प्रमुख छठ घाटों, भीड़भाड़ वाले स्थान यथा हाट बाजार, नगर क्षेत्र आदि में
असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखें। साथ ही  सौहार्द को बिगाड़ने वालों के विरुद्ध तुरंत कड़ी कार्रवाई करें। सभी थानों को अलर्ट मोड में रहने एवं गस्ती को लगातार जारी रखने का निर्देश दिया है। सभी प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को स्वंय भ्रमणशील रहकर शांति व्यवस्था का अनुश्रवण करते हुए यातायात व्यवस्था एवं विधि-व्यवस्था संधारित करने का निर्देश दिया है। पर्व के अवसर पर असामाजिक तत्वों व गुण्डा तत्वों एवं साम्प्रदायिक तत्वों के विरूद्ध पूर्व में ही निरोधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया  है। इसलिए सभी थानाध्यक्ष, व ओपी अध्यक्ष ऐसे तत्वों के विरूद्ध दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत कार्रवाई करेंगे। ताकि किसी प्रकार की अशांति अथवा तनाव होने पर ऐसे तत्वों की गिरफ्तारी कर कठोर कार्रवाई करने से नहीं हिचकेंगे। भीड़ भाड़ में अफवाह के कारण भीड़ के अनियंत्रित होने कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूर्व तैयारी कर लेने का निर्देश दिया है। कहा है कि आकस्मिकता से निपटने के लिए रोशनी की समुचित व्यवस्था, आवागमन के लिए अतिरिक्त सुरक्षित रास्ते एवं ध्वनि विस्तारक यंत्र से समय-समय पर सूचनाओं का प्रसारण कराने का निर्देश है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को सभी जरूरी निर्देश के साथ इसे सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है। सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर आवश्यकता का आकलन कर वाच टावर एवं सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा वीडियोग्राफर की प्रतिनिधि रहने का निर्देश दिया है। घाटों पर पटाखा नहीं छोड़े जाए इसके लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र से लगातार अपील करने की बात कही है। छठ पूजा के अवसर पर विधि व्यवस्था संधारित रखने हेतु जिले के सभी संवेदनशील स्थलों सहित छठ घाटों पर 711 जगहों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अंतर्गत मोतिहारी अनुमंडल में 257, पकड़ी दयाल अनुमंडल में 90, अरेराज अनुमंडल में 76, चकिया अनुमंडल में 69, सीकरहना अनुमंडल में 172 एवं रक्सौल अनुमंडल में 47 स्थान पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल्कि प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अतिरिक्त यदि किसी स्थानों पर बल की प्रतिनियुक्ति की आवश्यकता हो, तो थानाध्यक्ष को अपने स्तर से पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। जिला स्तर पर 24 घंटा कार्यरत कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसमें तीन पालियों में पदाधिकारी एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिला कंट्रोल रूम 06252- 242418 पर कार्यरत है। इसके अतिरिक्त चिन्हित घाटों का पास मोतिहारी अनुमंडल अंतर्गत 10, सिकरहना अनुमंडल अंतर्गत 03, चकिया अनुमंडल अंतर्गत 02, पकड़ीदयाल अनुमंडल अंतर्गत 02, अरेराज अनुमंडल अंतर्गत 02 तथा रक्सौल अनुमंडल अंतर्गत 03 स्थान सहित कुल 22 जगहों पर अतिरिक्त नियंत्रण कक्ष की स्थापना कराई जा रही है ताकि छठ पूजा के व्रतियों/श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की सुविधा का सामना नहीं करना पड़े।सिविल सर्जन, पूर्वी चंपारण को निर्देश दिया कि छठ पर्व के दौरान जिला नियंत्रण कक्ष के साथ-साथ सभी प्रमुख छठ घाटों पर वे अपने स्तर से एक एम्बुलेंस एवं आवश्यक दवाओ के साथ मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे।  अग्नि शाम पदाधिकारी, पूर्वी चंपारण को निर्देश दिया कि अग्नि शाम वाहन की प्रतिनियुक्ति सभी सुविधाओं के साथ जिला नियंत्रण कक्ष में करना सुनिश्चित करेंगे। कार्यपालक अभियंता, विद्युत आपूर्ति प्रमण्डल मोतिहारी, चकिया एवं रक्सौल को निर्देश दिया गया कि वे अपने क्षेत्रान्तर्गत छठ घाटों पर पूजा समितियों द्वारा लगाये गये विद्युत आपूर्ति की जाँच सुरक्षा के दृष्टिगत पूर्व में ही करना सुनिश्चित करेंगे, यदि विद्युत आपूर्ति में किसी प्रकार की त्रुटि हो तो पूजा समितियों से समन्वय कर उसे ठीक करना सुनिश्चत करेंगे। सभी अंचलाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत नदी एवं खतरनाक तालाब घाटों पर मोटर/नाव एवं नाविक को महाजाल, रस्सा, गोताखोर इत्यादि के साथ प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया गया। साथ ही प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन, पूर्वी चंपारण से समन्वय कर लाईप जैकेट इत्यादि की व्यवस्था भी पूर्व से ही कर लेंगे।
इसके साथ ही सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, ओ.पी. अध्यक्ष को उक्त पर्व को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए छोटी सी छोटी चीजों का ध्यान रखने एवं आसुचना तंत्र को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है।जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा संपूर्ण जिला वासियों से लोक आस्था के इस महापर्व को शांतिपूर्ण एवं सौहार्द के साथ मनाने की अपील की गई है।