सहारनपुर/उप्र/रामपुर मनिहारान जमीयत उलेमा ए हिन्द के एक प्रतिनिधिमंडल ने महंत यति नरसिंघानंद सरस्वती द्वारा मौहम्मद साहब के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी किये जाने के विरोध में राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।

Breaking news News उत्तरप्रदेश



रिपोर्ट वैभव गुप्ता।


शुक्रवार को जमियत उलेमा ए हिन्द के तहसील अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद आरिफ मजाहिरी एवं कार्यकारिणी सदस्य मौलाना शमशीर कासमी के नेतृत्व में संगठन के कार्यकर्ता तहसील में पहुंचे जहां उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सुरेंद्र कुमार सिंह को सौंपा। जिसमें कहा कि डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंघानंद सरस्वती द्वारा हाल ही में पैगम्बर हजरत मौहम्मद सल्लाहु अलैहि वसल्लम को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक, ईशनिंदा वाली टिप्पणी की वीडियो वायरल होने से दुनिया के मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। कहा कि यति नरसिंघा नंद सरस्वती नफरत फैलाने वाले व्यक्ति है जो इस्लाम और मुस्लिमों के खिलाफ नफरत फैलाने का काम करता है हाल ही में की गई टिप्पणी साम्प्रदायिक विद्वेष को भड़काने का जानबूझकर किया गया प्रयास है जो देश की शांति और स्थिरता के लिए खतरा है। ज्ञापन में यति नरसिंघानंद द्वारा की गई टिप्पणी के खिलाफ कार्यवाही करते हुए सभी सोशल मीडिया नेटवर्क से आपत्तिजनक वीडियो हटवा कर इनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो ऐसी विभाजनकारी ताकतों को बढ़ावा मिलेगा। इस दौरान
मौलाना उस्मान,मौलाना उमैर, गुल सनव्वर, फेजान, मौलाना सुबान, मौलाना अब्दुल कादिर, कारी तनवीर,कारी सुफियान, जाकिर,फैसल एडवोकेट, हाजी नवाब, सरवर, गुलफान, सलमान,मुस्तकीम, सुहेल,अतीक,आजाद, इस्लाम,आसिफ,जुबेर,
मुजीबुर्रहमान,
हाजी इमरान, साबिर, वसीम,नुर मौहम्मद,फिरुज,आदि मौजूद रहे।