चंपारण की खबर::सूची वाले नर्सिग होम मिले बंद, बिना सूची वाले पर करवाई

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चिकित्सा पदाधिकारी की करवाई पर उठे सवाल


संग्रामपुर / उमेश कुमार।
सीएचसी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शीतल नरूला और थानाध्यक्ष धीरज कुमार सिंह ने डीएम के निर्देश पर अवैध नर्सिंगहोम,जांच घर व अल्ट्रा साउंड पर छापेमारी किया। छापेमारी अवैध नर्सिंग होम और फर्जी जांच घरों पर हुई। जिले से एक नर्सिंग होम सहित पांच जांच घरों को सील करने का निर्देश दिया गया था। इसी के आलोक में यह कारवाई की गई। इस छापेमारी में एक नर्सिंग होम जो सूची से बाहर था उसे सील किया गया है। लेकिन जिन पांच अवैध जांच घर और नर्सिंग होम को सील करना था उनमें से एक भी नहीं मिले और टीम बैरग वापस लौट आए। वहीं करवाई की खाना पूर्ति के लिए सूची से बाहर के एक क्लिनिक को सील करके कोरम को पूरा कर लिया। टीम की अगुवाई कर रही सीएचसी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शीतल नुरुल्ला ने बताया कि छापेमारी के दौरान सूची  में श्रीराम नर्सिंग होम में सैलून चलता हुआ मिला। वहां कोई भी चिकित्सा संबंधी उपकरण या चिकित्सक नहीं मिला।मॉडर्न जांच घर में ब्यूटी पार्लर चल रहा था। जबकि सीएचसी गेट के सामने संचालित फर्जी आदर्श जांच घर बंद था और उसका बोर्ड बैनर हटा दिया गया था। भवानी जांच घर और मां तारा जांच घर भी बंद मिला।उनके भी बोर्ड बैनर गायब थे और संचालक फरार थे। टीम के द्वारा एक नर्सिंग होम सील किया गया, उसमें एक मरीज था जिसे एंबुलेंस के द्वारा उसके घर भेजा गया। चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि आशा क्लीनिक का निरीक्षण किया। लेकिन उसमें बाहर से ताला बंद था। जिस कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। उसके खिलाफ पांच लाख का नोटिस भेजा जाएगा। विभाग के इस कार्रवाई के बाद पूरे क्षेत्र में फर्जी संचालित सभी स्वास्थ्य केंद्र अपने-अपने शटर गिरा कर फरार हो गए थे।दवा दुकान भी बंद पाए गए ।जिला से जिन पांच लोगों के खिलाफ सील कर कानूनी प्रक्रिया का निर्देश दिया गया था उसकी अग्रेतर करवाई करने की बात कही गई। चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि छापेमारी लगातार जारी रहेगी।स्वास्थ विभाग की इस करवाई पर नजर दौड़ाई जाए तो यह भी अपने आप मे एक सवाल पैदा कर रहा हैं। कारण की चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा जिले से मिले निर्देश के वावजूद जिस कार्य को अगले दिन सम्पन्न करना था उसे चार दिन बाद करके पुलिस पर सहयोग नहीं करने का ठिकड़ा फोड़ दिया गया और इनके करवाई की भनक सीएचसी में कार्यरत इनके सहयोगियों द्वारा बाजार में फैलाया गया ताकि जिले के सूची में शामिल चिकित्सक जांच घर व अल्ट्रा साउंड वाले अपने समानों को समेट चलते बने और करवाई टाय टाय फीस हो जाए जो आज हुआ।