सहारनपुर/उप्र/रामपुर मनिहरान मोर्निंग वाक ग्रुप के तत्वाधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ भव्य जल कलश यात्रा से किया गया। यात्रा में शामिल कथा वाचक गोस्वामी ऊधो जी महाराज वृंदावन वाले का जगह जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया।

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रिपोर्ट वैभव गुप्ता।

बुधवार को श्रीमद् भागवत कथा के आरंभ से पूर्व कस्बे में जल कलश यात्रा निकल गई। कथा स्थल से जल कलश यात्रा आरंभ हुई जिसमें महिलाएं मंगल कलश लेकर कीर्तन करते हुए शामिल हुई।कथा वाचक गोस्वामी ऊधो जी महाराज वृंदावन वाले के सानिध्य में क्लश यात्रा तहसील मार्ग, दिल्ली रोड, शिवपुरी आदि से होते हुए वापस कथा स्थल पर पहुंच कर सम्पन्न हुई। मुख्य यजमान संदीप मित्तल सुरभि मित्तल ,गौरव मित्तल, प्रियांशी , डिम्पल, अशोक रहे। कथा आरंभ में कथा वाचक गोस्वामी ऊधो जी महाराज वृंदावन वाले ने भागवत के चार अक्षरों की व्याख्या के बारे में विस्तार से बताया कि भाव अर्थात प्रकाश यह कथा हृदय में आत्म प्रकाश करने वाली है। इसी सत्य प्रकाश की खोज में यहां के लोग सदा लगे रहते हैं और इस देश का नाम भारत है। कथा वाचक ने भागवत के सार को श्रद्धालुओं को समझाते हुए कहा यह ग्रंथ भवसागर से पार जाने की नौका है। कथा के अमृत सार व भजन को सुनकर श्रद्धालु आनंद में झूमते रहे। इससे पूर्व कथा का उद्घाटन समाजसेवी सुरेन्द्र चौधरी फोजी ने दीप प्रज्वलित किया।प्रधानाचार्य सुरेंद्र चौहान कलश यात्रा का उदघाटन नवीन गुप्ता ने किया। अतिथियों ने आचार्य श्री का मंगल तिलक व अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में मॉर्निंग वॉक ग्रुप के अध्यक्ष संदीप मित्तल, विजय शर्मा, पदम सिंह एडवोकेट, विजय आनंद, हरिओम शर्मा, नीरज शर्मा, श्यामलाल, जुगमेंद्र रावत, सागर, आदि का सहयोग रहा।