-एक एएनएम और जीएनएम के भरोसे चिकित्सा व्यवस्था
संग्रामपुर / उमेश कुमार।
सरकार भले ही आम लोगो के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए तरह तरह की योजनाओं को संचालित कर सुविधाओ को बढ़ाने में जुटी हैं लेकिन धरातल पर स्वास्थ सुविधाओ से जुड़े मामलों में कुछ बदलाव दिखता नजर नहीं आ रहा हैं। जिसका जीता-जागता उदाहरण मधुबनी दुबे टोला अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं।यहां विभागीय दकियानूसी के चलते इकतीस वर्षो बाद भी छह बेड वाले इस अस्पताल को ना तो भवन नसीब हुआ और ना ही चिकित्सक। इस अतिरिक्त स्वास्थ केंद्र की आधार शिला वर्ष 1993 में पूर्व मंत्री स्व0 योगेंद्र पाण्डेय व मुखिया स्व0 रामध्यान दुबे के अथक प्रयास से तत्कालीन स्वास्थ मंत्री सुधा श्रीवास्तव द्वारा रखी गयी थी।लेकिन स्थिति ज्यो की त्यों रही।कई बार सरकारें आयी और गयी लेकिन यहां के लोगो को स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर न तो कोई चिकित्सक मिला न भवन। सिर्फ टीकारण और आयरन व कैल्शियम को गोलियां इस अस्पताल की पहचान बनी रही।एक नजर इसके भवन पर दौड़ाया जाए तो एक दस बाई दस के खपरैल जर्जर कमरे में यह अस्पताल पिछले इकतीस वर्षो से संचालित हैं। यहां पदस्थापित जीएनएम नन्द किशोर की माने तो यहां आयुष चिकित्सक के साथ चार पद सृजित हैं।और पदस्थापना भी हुई हैं लेकिन न कभी पदस्थापित चिकित्सक डॉ0 महेंद्र कुमार आते हैं नही तो कार्यालय परिचारी।कमरे की साफ सफाई भी निजी तौर करनी या करानी पड़ती हैं।एक एएनएम प्रतिमा कुमारी हैं जो टीकाकरण करती हैं। यहां की स्थिति को बयां करते हुए एएनएम प्रतिमा बताती हैं कि एक कमरा होने के चलते कबाड़ इतना जमा हो गया हैं कि एक दिन सफाई करने लगी तो विषैले सांप को कार्टून में पाया। कमरे में बैठना भी जान जोखिम में डालना हैं। कबाड़ हटवाने के लिए एक माह पूर्व पत्र भी लिखा लेकिन अभी तक कबाड़ नहीं हटाया गया। उन्होंने बताया कि इस भीषण गर्मी में इस कमरे में न तो बिजली हैं न एक अदद लाइट या पंखा?
जबकि ग्रामीण शेखर दुबे, सुधाकर दुबे, असरफ खां आदि ने बताया कि भवन के लिए जगह उपलब्ध हैं लेकिन विभाग न जाने क्यों यहां के लिए सौतेला व्यवहार अपना रहा हैं। इस संबंध में
संग्रामपुर प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि
नितेश कुमार ने बताया कि भवन के लिए स्वास्थ्य मंत्री से मिल कर बात किया गया हैं। जमीन सम्बन्धी कुछ मामला सामने आया हैं जिसे सुलझाया जा रहा। ताकि अस्पताल का भवन निर्माण हो सके। वहीं
दक्षिणी मधुबनी के मुखिया रवि कुमार उर्फ रवि सिंह ने कहा कि आमजनों को बेहतर स्वास्थ सुविधा मिले इसके लिए विभागीय स्तर पर वार्ता की जा रही हैं। बहुत जल्द समाधान होगा।