सहारनपुर/उप्र/रामपुर मनिहारान श्री दिगम्बर जैन समाज के तत्वाधान में चल रहे दशलक्षण महापर्व का पांचवा दिन उत्तम सत्य धर्म के रुप में मनाया गया।

Breaking news News उत्तरप्रदेश


रिपोर्ट वैभव गुप्ता।


गुरुवार को मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा प्रातः श्री जी का अभिषेक और शांतिधारा की गई। प्रातः से ही मंदिर जी में श्रद्धालुओ की भारी भीड़ रही। मौहल्ला इकराम में स्थित बड़े जैन मंदिर में चल रहे दस दिवसीय श्री समवशरण महामंडल विधान में पंडित अंकित शास्त्री द्वारा विधि विधान से पूजा अर्चना कराई गई। देवांग जैन के भजनों पर इंद्र इंद्राणी बने महिलाओं व पुरुषों ने जमकर नृत्य किया। इस अवसर पर प्रवचन देते हुए अंकित शास्त्री ने कहा कि दशलक्षण पर्व का पांचवा दिन उत्तम सत्य धर्म का दिन है। सत्य धर्म का अर्थ समझाते हुए कहा कि हमे सत्य धर्म का पालन करना चाहिए। यह गुण सिखाता है कि हमे हमेशा सत्य बोलना चाहिए और किसी भी परिस्थिति में असत्य का सहारा नही लेना चाहिए। सत्य की हमेशा जीत होती है। सत्य से ही आत्मा का विकास होता है और यह व्यक्ति को आत्मज्ञान की और ले जाता है। सत्य का परिणाम देर से और झूठ का परिणाम जल्दी आता है लेकीन सत्य ही आपको शिखर तक ले जाता है। इस दौरान जैन समाज के प्रधान मनोज जैन, महामंत्री निपुण जैन, अनुराग जैन, भूपेंद्र जैन, शशांक जैन, अर्पित जैन, आर्जव जैन, पुष्पेंद्र जैन, विपुल जैन,सुधीर जैन, अंशुल जैन,विजय जैन, अंकित जैन, अभिषेक जैन, ललित जैन सहित समाज के महिला पुरुष उपस्थित रहे।