मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
आज शहर के बेलबनवा स्थित चंद्रा लाइफ लाइन हॉस्पिटल के चौथी मंजिल पर चंद्रा पैरामेडिकल एजुकेशन का उद्घाटन फीता काटकर मुख्यातिथि व कर्पूरी ठाकुर कॉलेज के पूर्व प्राध्यापक जगदीश विद्रोही, एमएस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ अरुण कुमार, एलएनडी के प्राचार्य प्रो राजेश कुमार एवं डॉ चंद्र सुभाष की माता मंजू वर्मा सहित अनेक शिक्षाविदों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया। इसके पूर्व द्वीप प्रजवल्लित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि जगदीश विद्रोही ने कहा कि पूर्वी चंपारण जिले के लिए चंद्रा पैरामेडिकल एजुकेशन बहुत बड़ा हब होगा और यहां के बच्चों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि यहां से वोकेशनल कोर्स की सारी सुविधाएं उपलब्ध है और एक छत के नीचे सभी तरह के शिक्षा मिलेंगे। वहीं कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता व मुंशी सिंह महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ0) अरुण कुमार ने कहा कि यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए शिक्षा के साथ-साथ उनका बौद्धिक विकास भी होगा और यहां से शिक्षा ग्रहण कर बच्चे प्रशिक्षण भी लेते रहेंगे, जो दूसरे जगहों पर एक साथ एक छत के नीचे सारी शिक्षा मिलेगी। वही एल एन डी कॉलेज के प्राचार्य प्रो0 राजेश कुमार ने कहा कि यह महाविद्यालय जिले के छात्रों के लिए और बेहतर होगा और कम खर्चे में सारी सुविधाएं यहां से उपलब्ध होगी, इसके लिए वे महाविद्यालय के संरक्षक, निदेशक ,प्राचार्य और पूरी टीम को बधाई दी है। इसके साथ ही महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक प्रोफेसर परमात्मा मिश्रा ने कहा कि अब चंपारण शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रहा है और यह महाविद्यालय जिले के लिए मिल का पत्थर साबित होगा। वही महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 आर के दुबे ने उक्त महाविद्यालय में पढ़ाने वाले सभी वोकेशनल और डिप्लोमा कोर्स के बारे में बारी बारी से समझाया। उन्होंने बताया कि मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, रेडियोलॉजी एंड मेडिकल टेक्नोलॉजी, ओटी थिएटर टेक्नोलॉजी,डायलिसिस टेक्नोलॉजी ,कार्डिएक केयर टेक्नोलॉजी,हॉस्पिटल मैनेजमेंट सहित विभिन्न प्रकार के वोकेशनल कोर्स के बारे जानकारियां दी और कहा कि उक्त सभी वोकेशनल कोर्स 3 साल में 6 सेमेस्टर में पढ़ाई होगी। वही डिप्लोमा कोर्स एक साल एवम एडवांस डिप्लोमा कोर्स 2 साल का है। वही मौके पर मौजूद महाविद्यालय के संरक्षक व जिले के सुप्रसिद्ध हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ चंद्र सुभाष ने कहा कि इस महाविद्यालय से भारत सरकार के नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को उक्त सभी कोर्सो में 30 % थिओरी के साथ – साथ 70 प्रेक्टिकल की भी पढ़ाई कराई जाएगी। वही मैनेजिंग डायरेक्टर व जिले की सुप्रसिद्ध महिला रोग विशेषज्ञा डॉ (श्रीमती) हेना चंद्रा ने कहा कि यह पाठ्यक्रम गरीब विद्यार्थियों के लिए वरदान है जो कम खर्च में विशेषज्ञता की बैचलर और मास्टर डिग्री प्रदान कर रही है। वही मंच संचालन एस के पंकज ने की। वही
मौके पर मौके पर रमेश पासवान, प्रोफेसर मनीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर एमके ठाकुर, प्रोफेसर बीके ओझा, प्रोफेसर एस कुमार, प्रोफेसर ए रंजन, प्रो0 ए के तिवारी, प्रो 0 वी एन पांडेय, प्रोफेसर पी रंजन, प्रोफेसर नितेश कुमार, प्रोफेसर जे कुमार, प्रो0 विवेक कुमार, प्रो0 अनूप श्रीवास्तव, प्रो0 डी के पांडेय, प्रवीण कुमार, डॉ0 आकांक्षा प्रियंका, सविता सिंह, प्रियंका सिंह, अर्चना, जिला स्कूल के शिक्षक संजीव कुमार उर्फ गुड्डू सिंह सहित बड़ी संख्या में शिक्षाविद एवम गणमान्य लोग उपस्थित थे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी व वरीय पत्रकार अरुण सिंह ने दी है।