स्टेट हेड, राजन द्विवेदी
पटना ।
जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि बिहार में जन सुराज की सरकार बनने पर एक वर्ष के भीतर सभी बेरोजगारों को रोजगार का साधन उपलब्ध कराया जाएगा तथा देश के दूसरे राज्यों में मजदूरी कर रहे सभी बिहारियों को वापस बुला कर बिहार में ही रोजगार दिया जाएगा। वे आज सुपौल और अररिया जिले के विभिन्न इलाकों में आयोजित जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गरीबी का सबसे बड़ा कारण अच्छी शिक्षा का नहीं होना है। जन सुराज सभी प्रखंडों में नेतरहाट से भी बेहतर विद्यालयों की स्थापना कर पन्द्रह वर्ष तक के सभी बच्चों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करायेगा और साठ वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को वृद्धा पेंशन के रूप में दो हजार रुपए मासिक पेंशन देगा। उक्त जानकारी आज़ यहां जारी एक बयान में जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि प्रशांत किशोर जी ने यह भी स्पष्ट घोषणा की है कि बीस वर्ष से पैंतालीस वर्ष के प्रत्येक बेरोजगारों को रोजगार करने हेतु पर्याप्त धन और जरुरी संसाधन उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की सभी सरकारों ने बिहार के लोगों के कल्याण हेतु कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस,राजद, जदयू और भाजपा की सरकार वर्षों से यहां चलती रही है लेकिन इन सरकारों ने मजदूरों के पलायन पर काबू नहीं पाया। शिक्षा की अच्छी व्यवस्था नहीं की और खेती -किसानी को घाटे का कारोबार बना दिया। इस कारण बिहार देश का सबसे अशिक्षित, सबसे गरीब और सबसे अधिक बेरोज़गारी वाला प्रदेश बन गया। इसे मजदूर सप्लाई करने वाला राज्य बना दिया गया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि जन सुराज सत्ता में आई तो प्रत्येक प्रखंडों में नेतरहाट से भी बेहतर विद्यालय खोले जाएंगे जहां उस क्षेत्र के सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण मुफ्त शिक्षा दी जाएगी ताकि वे अपने पैरों पर मजबूती से खड़ा हो सके। खेती – किसानी को मुनाफेदार बनाया जाएगा और सभी बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की है कि साठ वर्ष से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों की पेंशन राशि चार सौ से बढ़ाकर दो हजार कर दी जाएगी ताकि वे अपने परिवार में तथा समाज में इज्जत से जी सकें। उन्होंने कहा कि जन सुराज सभी बिहारी भाइयों के कल्याण हेतु संकल्पित है और अच्छी सोंच वाले सही लोगों को ढूंढ कर इसके संस्थापक सदस्य बनाये जा रहे हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के पचपन प्रतिशत लोग राजद कांग्रेस जदयू और भाजपा गठबंधनों से परेशान हैं क्योंकि इन दलों ने सत्ता में रहते हुए भी बिहार को गरीबी, अशिक्षा और बेरोज़गारी से निकालने का उपाय नहीं किया। वे पचास से पचपन प्रतिशत लोग नया राजनीतिक विकल्प चाहते हैं। दो अक्टूबर को जन सुराज राजनीतिक दल बन जाएगा और जन सुराज पार्टी के नाम से जाना जाएगा। हमारी कोशिश है कि जन सुराज पार्टी लोगों के लिए सशक्त राजनीतिक विकल्प बने। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के लोगों से परिवर्तन की इस लड़ाई में आगे आकर जन सुराज के साथ खड़ा होने की अपील की।