नवरात्रों का विशेष महत्व है जो वर्ष में चैत्र व अश्विन मास में दो बार आते हैं इन दिनों श्रद्धालुजन माँ दुर्गा के व्रत रखकर अष्टमी व नवमी को कन्याओं को जिमाकर अपना व्रत खोलते हैं। इसी क्रम में एक मुस्लिम विख्यात समाजसेवी जमील फोरमैन भी काफी लंबे अरसे से इसी परम्परा को निभा रहे हैं। जिसके चलते बुधवार को नवमी तिथि को समाजसेवी जमील फोरमैन ने भी गत वर्षों की तरह अपने प्रतिष्ठान पर 21 कन्याओं को भोजन कराया और सभी को दक्षिणा व उपहार देकर आशीर्वाद प्राप्त किया। बता दें कि जमील फोरमैन लम्बे अरसे से रक्षाबंधन, भईया दूज आदि हिंदू पर्वों में अपनी हिस्सेदारी निभा कर समाज को आपसी भाईचारे व सौहार्द का संदेश दे रहे हैं और क्षेत्र में एक मिसाल बने हैं।