सहारनपुर/उप्र/तल्हेडी बुजुर्ग हाइवे के किनारे खेत में दो दिन पूर्व जन्मा नवजात शिशु जिन्दा अवस्था में पड़ा मिला है। जिसे लेकर गांव में सनसनी फैल गई। जबकि खेत स्वामी न बच्चे को उपचार के लिए किसी प्राइवेट चिकित्सक के यहां भर्ती कराया है।
रिपोर्ट प्रदीप बिरला।
नागल। बुधवार को क्षेत्र के गांव भरतपुर निवासी गौरव पुत्र आदेश त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह के समय वह देवबंद गागलहेडी हाइवे के किनारे अपने खेतों में घूमने के लिए गया था। खेतों में टहलते समय उसे अचानक दो दिन पूर्व जन्मा अज्ञात बच्चा लावारिस अवस्था में पड़ा मिला जिसकी सांसें चल रही थी। खेत मालिक गौरव त्यागी आनन-फानन में उस बच्चे को गोद लेकर देवबंद कोतवाली पहुंचे जहां गौरव ने पुलिस को पूरी कहानी विस्तार पूर्वक बताई और चिकित्सकों से बच्चे के इलाज की इच्छा जताई। जिसके बाद पुलिस ने मानवता की मिशाल पेश करते हुए सर्वप्रथम बच्चे को चिकित्सक के यहां उपचार कराने पर सहमति जताई। पुलिस द्वारा अनुमति मिलने पर गौरव ने बच्चे को देवबंद स्थित किसी प्राइवेट चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया है जहां उसे आवश्यकता अनुसार उपचार दिया जा रहा है। लेकिन मानवता और ममता को शर्मशार करने वाली इस घटना ने हर किसी के दिल को झकझोर कर रख दिया है। उस निर्दयी कठोर मां ने क्यों इस बच्चे को जन्म दिया और क्यों लावारिस बनाकर फेंक दिया।समाचार लिखे जाने तक बच्चे के स्वस्थ होने की जानकारी है।