Ajab-Gajab : भरतपुर के ग्रामीण इलाके में नगला गोपाल के पास एक किसान अभयवीर सोलंकी ने अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए बहुत ही नया प्रयोग किया. उन्होंने बांस और अन्य सामान से एक झोपड़ीनुमा ब्लॉक बनाया और उसमें मशरूम की खेती कर रहे हैं. भरतपुर में संभवत: पहला मौका है जब इस तरह से मशरूम की खेती शुरू की गई है. झोपड़ी के अंदर बांसों के रैक बनाए गए हैं जिनमें मशरूम के पैकेट रखे गए हैं. इन्हीं पैकेटों में मशरूम की उगाई जा रही है. भरतपुर से इस मशरूम की सप्लाई गोरखपुर, बस्ती, मथुरा, आगरा और देश के अन्य शहरों में कर रहे हैं. अब उनका सालाना कमाई 30 लाख रुपये के आसपास हो गई है.
उत्पादन करने वाले अभयवीर सोलंकी ने बताया कि वह एक बीघा खेत में 10 झोपड़ियो में मशरूम उत्पादन कर रहे हैं. झोपड़ियों में बासों पर घास-फूस लगाकर ब्लॉक तैयार किए गए हैं. एक ब्लॉक में करीब 2 लाख रुपये की लागत आई थी. मशरूम उत्पादक सोलंकी ने बताया कि वह अब तक वह 10 झोपड़ियों से 25 लाख रुपये का मुनाफा कमा चुके हैं. झोपड़ियो में मशरूम उत्पादन को देखने के लिए दूर-दूर से लोग वहां पहुंच रहे हैं.