
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीज़ल के दाम ₹2 रुपये कम करके देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के अपने परिवार का हित और सुविधा सदैव उनका लक्ष्य है।
जब विश्व मुश्किल दौर से गुज़र रहा था – विकसित और विकासशील देशों में पेट्रोल के दामों में 50-72 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुयी और हमारे आसपास के कई देशों में तो पेट्रोल मिलना ही बंद हो गया तब भी, 1973 के बाद आये पचास साल के सबसे बड़े तेल संकट के बावजूद, मोदी जी के दूरदर्शी और सहज नेतृत्व के कारण मोदी के परिवार पर आंच नहीं आयी। भारत में पेट्रोल के दाम बढ़ने के बजाय पिछले ढ़ाई बर्षों में 4.65 प्रतिशत कम हुए!
भारत में ईंधन की सप्लाई निरंतर बनी रही, सस्ते दामों पर बनी रही और हमारे क़दम निरंतर हरित ऊर्जा की ओर भी बढ़ते रहे।यानि भारत ने Energy Availability, Affordability और Sustainability को बरक़रार रखा। भारत इकलौता ऐसा देश था जहाँ पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़े नहीं, बल्कि कम हुए। हमने जहाँ से हुआ अपने देशवासियों के लिए तेल खरीदा। मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के पहले हम 27 देशों से कच्चा तेल खरीदते थे, लेकिन उनके नेतृत्व में अपने देशवासियों को सस्ता पेट्रोल, डीज़ल और गैस पहुंचाने के लिए इस दायरे को बढ़ाया और अब हम 39 देशों से मोदी के परिवार की ज़रूरतें पूरी करने के लिए कच्चा तेल खरीदते हैं।
