मोदी सरकार को विश्वास है कि किसानों के कल्याण से ही देश का होगा कल्याण : राधामोहन सिंह

Breaking news

मोतिहारी / राजन द्विवेदी।

जिले के पिपरा कोठी स्थित केविके परिसर में पूर्व केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री सह सांसद राधामोहन सिंह ने स्थानीय क्षेत्र विकास योजना से नवनिर्मित कृषि मंडपम ( संग्रहालय) और कृषि के देवता बलराम जी की प्रतिमा का लोकार्पण किया। लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद राधामोहन सिंह ने बताया कि
समृद्ध एवं समावेशी भारत की परिकल्पना मोदी सरकार करती है, जिसमें विकास के सुफल सभी क्षेत्रों एवं व्यक्तियों में विशेषकर किसानों तक पहुंचे। वर्ष 2013-14 में कृषि विभाग का बजट 21,933.50 करोड़ था। जिसे मोदी सरकार ने आज वर्ष 2023-24 में बढ़ाकर 1 लाख 25 हजार करोड किया है। मोदी सरकार को विश्वास है कि किसानों के कल्याण में ही देश का कल्याण है। कई बड़े सुधार एवं बुनियादी सुविधाएँ, सूक्ष्म खाद्य उद्यमों, फलों-सब्जियों के लिए आपूर्ति श्रृंखला, डेयरी के लिए बुनियादी ढांचे के विकास, मत्स्य संपदा योजना, राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम, गंगा किनारे हर्बल उत्पाद, मधुमक्खी पालन, प्राकृतिक खेती के अलावे मिलेट्स को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाने हेतु श्री अन्न’ नाम दिया गया है। मोदी सरकार की प्राथमिकता में देश के करोड़ों छोटे किसान है जिन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत तीन किस्तों में साल में 6000 रुपये दिए जा रहे हैं।


कृषि विज्ञान केन्द्र, पिपराकोठी को किसानों के हित में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए वर्ष 2019-20 का देश का सर्वोच्च पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस तरह यह देश का सर्वाधिक ख्याति प्राप्त कृषि विज्ञान केन्द्र हो गया है। जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के उ‌द्घोषक पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी, जिनके कार्यकाल में के.वी.के. पिपराकोठी की स्थापना हुई थी, उनकी भव्य प्रतिमा भी प्रवेश द्वार के सामने स्थापित की गयी है।
यह स्थान पहले किसानों पर अंग्रेजों द्वारा ढाए गए जुल्मों की स्मृति का प्रतीक था।अब किसान कल्याण के यहां कार्य हो रहे ,पूरे देश में कृषि धाम समझने लगे है।इस परिसर में आने वाले सभी किसान भाई बहन कृषि विकास की गाथा से परिचित होंगे। आजादी के बाद देश के कृषि विकास में जिन लोगों ने योगदान किया है,उसकी भी जानकारी यहां मिल सकेगा। मौके पर मोतिहारी नगर निगम के उप महापौर डॉ लालबाबू प्रसाद, बिहार लघु उद्योग प्रकोष्ठ के संयोजक मयंकेश्वर सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।