
– सूफिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल चकिया में सौ बैड वाले अस्पताल भवन का किया उद्घाटन
मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
बिहार में यूनानी चिकित्सा को नया आयाम देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने मंगलवार को चकिया स्थित सूफिया यूनानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में नवनिर्मित 100 शैय्या भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में उन्होंने चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को अपने दायित्वों के प्रति जागरूक किया और घायल व्यक्तियों की अनदेखी न करने की अपील की। कहा कि यूनानी चिकित्सा पद्धति को आधुनिक जरूरतों के अनुसार विकसित किया जाना जरूरी है। ताकि यह असाध्य रोगों के इलाज में सहायक बन सके। उन्होंने हकीम अजमल खान के योगदान का स्मरण करते हुए उनके कार्यों को आगे बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा कि यूनानी, आयुर्वेद और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में समन्वय स्थापित कर ‘निरोग भारत 2047’ के लक्ष्य को साकार किया जा सकता है।
राज्यपाल ने स्पष्ट कहा कि केवल भवन या सुविधाएं खड़ी करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि सभी लोगों को समुचित स्वास्थ्य सेवा और आवश्यक दवाएं मिलें, क्योंकि हमारा वातावरण रोगजनक कीटाणुओं से भरा हुआ है। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित मेडिकल स्टाफ, विद्यार्थियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सह सांसद राधा मोहन सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष विभाग को मंत्रालय का दर्जा मिला, जिससे यूनानी चिकित्सा को नया प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने बताया कि पिछले 11 वर्षों में यूनानी कॉलेजों की संख्या में वृद्धि हुई है और अब यूनानी चिकित्सकों को नौकरी भी मिल रही है, जिससे इस पद्धति की स्वीकार्यता बढ़ी है।
सांसद ने यह भी कहा कि अब देश में केवल एलोपैथिक डॉक्टर ही नहीं बल्कि आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी के डॉक्टर भी संसद से लेकर समाज सेवा तक अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने नीट परीक्षा के माध्यम से समाज के हर वर्ग के छात्रों को डॉक्टर बनने के अवसर दिए जाने को एक ऐतिहासिक पहल बताया।
कार्यक्रम में स्थानीय विधायक श्याम बाबू प्रसाद यादव ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कॉलेज के विकास में हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया।