मोतिहारी / राजन द्विवेदी।
लोक सभा निर्वाचन-2024 के अवसर पर बाहुबल एवं धनबल को रोकने के लिए जिला में गठित की गई उड़नदस्ता दल एवं स्टैटिक निगरानी टीम के पदाधिकारियों को समाहरणालय स्थित डा. राजेन्द्र प्रसाद सभा भवन में जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में व्यय अनुश्रवण कोषांग के पदाधिकारियों ने प्रशिक्षण दिया। इस दौरान बताया कि उड़नदस्ता दल निर्वाचन की घोषणा होने के साथ ही अपना कार्य प्रारंभ करेगा। जबकि स्टैटिक निगरानी टीम अधिसूचना जारी होने की तिथि से अपना कार्य प्रारंभ करेगी। यह टीम अवैध नगदी के लेन-देन, अंतरण, वितरण या अन्य कोई संदेहास्पद वस्तुओं के वितरण जिसमें मतदाताओं को प्रभावित होने की संभावना हो उस पर निगरानी रखेगी और नियमानुसार कार्रवाई करेगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि उड़नदस्ता दल का मुख्य कार्य लगातार छापेमारी अभियान चलाना है और चुनाव को प्रभावित करने वाले बाहुबल एवं धनबल के प्रभाव को रोकना है। ताकि मतदाता भयमुक्त होकर निष्पक्ष मतदान कर सकें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि उड़नदस्ता दल का मुख्य कार्य लगातार छापेमारी अभियान चलाना है और चुनाव को प्रभावित करने वाले बाहुबल एवं धनबल के प्रभाव को रोकना है। ताकि मतदाता भयमुक्त होकर निष्पक्ष मतदान कर सकें।
बताया कि निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थी की खर्च की अधिकतम सीमा 95 लाख रूपया निर्वाचन आयोग ने निर्धारित किया है। अभ्यर्थी को 10 हजार रूपया से अधिक का नगद भुगतान नही करना है। साथ ही किये गये नगद भुगतान का अभिश्रव अभ्यर्थी व्यय अनुश्रवण कोषांग को उपलब्ध कराना है।
एक वाहन में 10 लाख रूपया से अधिक पाये जाने पर इसकी तत्काल सूचना आयकर प्राधिकरण को देना है। एफएसटी और एसएसटी के पदाधिकारियों को आयकर विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्देश दिया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि वाहन जाँच के दौरान वाहन में 50 हजार रूपये से अधिक की कोई नगदी पाई जाती है। जिसका उययोग मतदाताओं को प्रेरित करने में होना है या इसकी संभावना है तो राशि को जप्त कर लिया जायेगा। नगदी की स्थिति में राशि का पूर्ण विवरण रखना जरूरी है ताकि यह पता लग सके की राशि कब और कहां से निकासी की गई है और इसका कहां पर उपयोग किया जाना है। जिलाधिकारी ने कहा कि रक्सौल एवं बेतिया के सीमा पर लगातार चौकसी रखने एवं वाहनो की जांच कड़ाई से करने की आवश्यकता है।