
रिपोर्ट वैभव गुप्ता।
गौरतलब है कि उप्र शासन के निर्देश पर पिछले दिनों कुछ प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने पर उन्हें बंद कर बच्चों को दूसरे गांव के प्राथमिक विद्यालय में समाहित किया गया है। थाना क्षेत्र के गांव खानपुर के प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की संख्या 30 होने पर वहां के बच्चों को पास के ही गांव घसौती के प्राथमिक विद्यालय में समाहित किया गया है। जिस कारण गांव खानपुर से प्रतिदिन 30 बच्चे लगभग डेढ़ से दो किलोमीटर दूर गांव घसौती के विद्यालय में पैदल जाते हैं। शुक्रवार को विद्यालय की छुट्टी होने के बाद कक्षा दो का छात्र विहान पुत्र विकास गांव खानपुर वापस अपने गांव लौट रहा था। गांव के रास्ते पर वह सड़क के किनारे आम के बाग से आम तोड़ने लगा तो पेड़ के पास से गुजर रही विधुत लाईन के तार की चपेट में आकर करंट लगने से झुलस गया। वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच कर आनन फानन में उसे प्राइवेट चिकित्सक के यहां भर्ती किया। सूचना मिलने पर बच्चे के परिजन ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे।

घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने बताया कि विभाग की लापरवाही के कारण गांव में जा रही विद्युत लाइन के तार नीचे लटके हुए हैं। जिससे कोई भी बड़ी घटना हो सकती है। इसके अलावा उन्होंने गांव के प्राथमिक विद्यालय बंद होने पर रोष प्रकट करते हुए मांग की है कि गांव से 30 बच्चे प्रतिदिन दूसरे गांव के विद्यालय में जाते हैं बच्चे छोटे हैं सड़क पर भी कोई घटना घट सकती है। इसलिए गांव के बंद प्राथमिक विद्यालय को बच्चों के भविष्य को देखते हुए पुनः आरंभ किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय को आरंभ करने की मांग को लेकर शीघ्र ही उच्च अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से मिलकर समस्या से अवगत कराया जाएगा। इस दौरान कुलदीप, मुकेश, नीरज, मुकेश, बबीता, सोनू, सीमा, विकास, जयपाल, आशीष, वंश आदि सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।