चंपारण की खबर::नई राजनीतिक दल आशा के प्रदेश उपाध्यक्ष बने पूर्वी चंपारण के लालबाबू सिंह

Breaking news News बिहार



मोतिहारी / राजन द्विवेदी।

छोटे-छोटे क्षेत्रीय पार्टी के वर्तमान दौर में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिह के द्वारा नव निर्मित नए राजनीतिक दल आशा का संगठन विस्तार किया गया । बिहार मे कई छोटी-छोटी क्षेत्रीय पार्टी कार्य कर रही है। जिसमें मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी। उपेंद्र कुशवाहा का दल, जीतन राम माझी का हम, निर्दलीय एमपी पप्पू यादव खुद एक पार्टी है और नए जन सुराज पार्टी आदि के बीच आरसीपीसिह की घोषित आशा पार्टी नई उम्मीद और जोश के साथ मैदान में उतरने जा रही है ।पिछले दिनों पटना में आयोजित केंद्रीय कमेटी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपीसिह ने संगठन का विस्तार किया तथा संगठन में ही यह निर्णय लिया कि जिस कैंडिडेट को जिस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया जाएगा उसे वहां का प्रभारी भी बनाया जाएगा। इसी कड़ी में केंद्रीय कमेटी ने पूर्वी चंपारण के पुराने राजनीतिक योद्धा लाल बाबू सिंह को प्रदेश के उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी। साथ-साथ उन्हें सुगौली विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी भी बनाया गया। गौरतलब है कि लालबाबू सिंह पहले भी विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। तथा इनका राजनीतिक पृष्ठभूमि काफी मजबूत रहा है। ये सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों से भी जुड़े रहे हैं।वर्तमान मे राष्ट्र सेवा मिशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के साथ-साथ क्षत्रिय महासभा के भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। इन्हें राजनीति का पुराना अनुभव है तथा लंबे समय से आरसीपीसिह के साथ जुड़े हुए हैं। जब आरसीपीसिह अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे थे उस दौर में भी लाल बाबू सिंह उनके साथ साया की तरह लग रहे। इन्होंने उनका साथ नहीं छोड़ा तथा हर समय हर कार्यक्रम में ये उनके साथ ही रहे और यही कारण है कि इन्हे सुगौली विधान सभा का प्रभारी बनाया गया है। दल के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सुगौली विधानसभा क्षेत्र का प्रभारी बनाए जाने पर इन्हें काफी बधाइयां मिल रही है ।बधाई देने वालों में राष्ट्र सेवा मिशन के प्रदेश महासचिव ब्रजकिशोर प्रसाद, राम सिंह, शंभू श्रीवास्तव, भानु सिंह ,संगीता देवी, धर्मेंद्र कुमार ,छोटेलाल प्रसाद, आदि है। नई जिम्मेदारी मिलने के बाद पत्र- प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए लालबाबू सिंह ने कहा कि मैं समाज के लिए अब एक-एक पल जीना चाहता हूं, पहले भी समाज सेवा से जुड़ा रहा हूं मुझे जो जिम्मेदारी दी गई है मैं इसका निर्वहन ईमानदारी के साथ करूंगा और अपने सुगौली क्षेत्र में जात-पात मजहब के दीवार को ध्वस्त करूंगा ।बेरोजगारों के लिए रोजगार मुहैया कराऊंगा, महिलाओं के उत्थान एवं स्वावलंबन की दिशा में भी मैं तन मन धन से जुड़ा रहूंगा। उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण की जो मुख्य समस्या मोतिहारी चकिया चीनी मिल के साथ आयुर्वेद कॉलेज का बंद होना, यह मेरे लिए एक चुनौती है और मैं इसको हर हाल मे चालू कराऊंगा।