मोतिहारी / राजन द्विवेदी ।
कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान को लेकर नदी किनारे स्नान करने वाले लोगों की भीड़ देखी गई। कुड़वा मंदिर स्थित एक महीने तक लगने वाले मेले की आज शुरुआत हो गई है। यहां पर मोतिहारी ही नहीं बल्कि पड़ोसी देश नेपाल समेत बिहार के दूर-दराज से लोग गंगा स्नान करते है। नाथ बाबा और कुड़वा देवी में लोग पूजा अर्चना करते हैं। यह मेला 100 सालों से अधिक से लगता आ रहा है। यहां श्रद्धालुओं का मानना है कि नाथ बाबा के पास खीर भोजन करने से सभी मनोकामना पूरी होती है। बता दें कि नेपाल समेत दूर दराज के लोग यहां खीर भोजन करते हैं। मिट्टी के बर्तन पर गोईठी के आग पर चावल की खीर बनाकर प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं।
कुड़वा देवी मंदिर के पुजारी जयप्रकाश भगत ने कहा कि अंग्रेज के टाइम से यह मेला लग रहा है। गंगा स्नान के अवसर पर नेपाल समेत दूर दराज के लोग स्नान करने के बाद यहां पूजा करने आते हैं। लोग अपने मनोकामना पूर्ति के बाद खीर भोजन करते हैं। जानकार बताते है कि कुड़िया मेला खास कर लकड़ी के फर्नीचर और बर्तन के लिए फेमस है। यहां पर लकड़ी का फर्नीचर और मिट्टी सहित अन्य बर्तन की खूब खरीदारी करते है। यह मेला एक महीने तक रहता है। बड़े सस्ते दर पर सामान मिलता है।