सहारनपुर/उप्र/रामपुर मनिहारानअखिल भारतीय सोहम महामंडल के परामध्याक्ष स्वामी सत्यानंद महाराज ने कहा कि सुख-दुख, लाभ हानि, मान अपमान, जय पराजय, यश अपयश जीवन में आते रहते हैं इन्हें सहन करना बुद्धिमत्ता है।

Breaking news News उत्तरप्रदेश




रिपोर्ट वैभव गुप्ता।


कस्बे के मौहल्ला कायस्थान में स्थित प्राचीन मंदिर श्री ठाकुरद्वारा में स्थानीय शाखा के तत्वाधान में आयोजित सात दिवसीय विराट संत सम्मेलन में महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद महाराज के कृपापात्र सोहम मंडल पीठाधीश्वर स्वामी सत्यानंद महाराज ने कहा कि सुख दुख, लाभ हानि, मान अपमान, जय पराजय, यश अपयश जीवन में आते रहते हैं। इनको सहन करना ही बुद्धिमत्ता है। इन सभी द्वंद्वों में जो अपने मन को सम्भाल कर रखता है वही समझदार इंसान है। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए हमें अपने मन को बिगड़ने नहीं देना चाहिए। संत सम्मलेन को स्वामी प्रणवानंद, स्वामी नारायणानंद, स्वामी राजेश्वरानंद, स्वामी सच्चिदानंद, स्वामी गोपालानंद महाराज ने भी संबोधित करते हुए सभी को जीवन में सदमार्ग पर चलकर ईश्वर भक्ति में लीन होकर मानव सेवा करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर प्रधान कुलबीर सैनी,संजय पंवार, सुरेन्द्र सैनी,बाबूराम रोहिला,जयराज पंवार, अनिल कुमार,काशीराम सैनी,नीरज सैनी,अनुज,पंडित दिग्विजय शर्मा,लता शर्मा, अनिता शर्मा, मिथलेश देवी,फूलो देवी आदि उपस्थित रहे।