जिले के प्रखर समाजवादी नेता के रूप थी पहचान।
जहानाबाद (बिहार) से ब्यूरो चीफ मनोहर सिंह का रिपोर्ट।
जहानाबाद –जिले के नगर परिषद कार्यालय परिसर में स्थापित पूर्व म॑त्री सह प्रखर समाजवादी नेता स्व मु॑द्रिका सिंह की आदमकद प्रतिमा को हटाकर समाजवादी नेता को अपमानित करने का प्रयास किया गया है।
विदित हो कि नगर परिषद् के प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर नप बोर्ड के अनुमति पर स्व. मुंद्रिका बाबू की मूर्ति स्थापित किया गया था।
इस आशय की जानकारी देते हुए राजद के जिलाध्यक्ष महेश ठाकुर एवं प्रधान महासचिव परमहंस राय ने बताया कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी एवं कर्मियों द्वारा न्यायालय में उचित कागजात नहीं प्रस्तुत करने के कारण मूर्ति को हटाना पड़ा। नगर परिषद की बैठक में यह तय किया गया था कि पूर्व म॑त्री स्व मुंद्रिका बाबू की मूर्ति स्थापित की जाएगी, परंतु नगर परिषद के कर्मी और अधिकारियों के कुव्यवस्था एवं लापरवाही के कारण कोर्ट में प्रोसीडिंग के कॉपी नहीं दिए जाने के कारण यह स्थित बनी। न्यायालय ने नगर परिषद के दो महीना के अंदर अपने पक्ष रखने को कहा था परंतु नगर परिषद के पदाधिकारी ने दो महीना तक अपना पक्ष रखने न्यायालय के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। उन्होंने मा॑ग किया है कि संविधान और लोकतंत्र के लिए ऐसे पदाधिकारी से खतरा तो है ही, साथ ही उच्च न्यायालय को ऐसे पदाधिकारी के खिलाफ कोर्ट का अवमानना के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होेंने कहा कि वर्ष 2023 में बोर्ड की बैठक में मूर्ति स्थापित करने के लिए सभी वार्ड पार्षदों ने एक मत से सहमति जताई थी। पदाधिकारी संविधान और लोकतंत्र को किस तरह गला घोटते हैं यह मुंद्रिका बाबू के प्रतिमा के साथ जग जाहिर हुई है। वार्ड पार्षदों की गरिमा और नगर परिषद की बोर्ड की गरिमा की हनन किया गया है।