छत्तीसगढ़दिल्ली-एनसीआरराज्यभारतविश्वखेलव्यापारमनोरंजनEPaperलाइफ स्टाइलअन्य खबरें BREAKING कार्यक्रम विज्ञान दिवस समारोह को चिह्नितक्रेमलिन आलोचक एलेक्सी नवलनी के अंतिम संस्कार में व्यक्ति गिरफ्तारअनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्री-वेडिंग समारोह के लिए जामनगर पहुंचे हार्दिक पंड्यागुरु अंगद पशु चिकित्सक विश्वविद्यालय संकाय, छात्र राष्ट्रीय सम्मेलन में चमकेचीन में अपना खिताब बचाने के लिए उत्सुक हूं: हार्दिक सिंहविश्वविद्यालय ने गन्ने के रस की बोतल भरने की तकनीक के लिए फर्म के साथ समझौता कियानमन शर्मा ने राजस्थान लीजेंड्स को मुंबई चैंपियंस पर जीत दिलाईसोफी डिवाइन को कप्तान स्मृति की शानदार पारी पर है ‘बहुत गर्व’कलेक्टर गोयल ने स्वास्थ्य विभाग की ली समीक्षा बैठकहिमाचल सियासी संकट: कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य ने बागियों से की मुलाकात Home/भारत/थाने में मुस्लिम महिला… भारत थाने में मुस्लिम महिला की पुलिस ने कराई परेड, हाईकोर्ट पहुंचा मामला ₹224.56 Nilmani Pal2 Mar 2024 7:56 AM x पढ़े पूरी खबर दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार उस केस में दिल्ली पुलिस के लिए कोई भी निर्देश देने से इनकार कर दिया जिसमें एक मुस्लिम महिला ने शिकायत की थी कि उसे बिना बुर्का थाने तक ले जाया गया। उसने यह भी कहा कि बिना बुर्का उसकी थाने में परेड भी कराई गई। जस्टिस स्वर्ण कांत शर्मा ने पुलिस को संवेदनशील बनाने के निर्देश देने की मांग भी खारिज कर दी। बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, याचिकाकर्ता महिला की मांग थी कि जो महिलाएं धार्मिक मान्यता और अपने व्यक्तिगत पसंद की वजह से पर्दा करती हैं उनके अधिकार के प्रति पुलिस को संवेदनशील किया जाए। कोर्ट ने कहा कि पुलिस जांच में गोपनीयता की जगह नहीं हो सकती है क्योंकि सुरक्षा बहाली और न्याय सुनिश्चत करने के लिए पहचान अहम है। कोर्ट ने जोर देकर कहा कि धार्मिक प्रथा या व्यक्तिगत पसंद की आड़ में गोपनीयता की अनुमति देने से दुरुपयोग का रास्ता खुल सकता है और जांच प्रक्रिया में बाधा आ सकती है। याचिकाकर्ता रेशमा को उस समय दिल्ली पुलिस थाने ले गई थी जब रकाब गंज इलाके में एक झगड़े की सूचना मिली थी। रेशमा उन तीन आरोपियों की बहन है जिन पर आरोप है कि उन्होंने दो लोगों को पीटा। पुलिस के मुताबिक रेशमा तब बालकनी से गली में सबकुछ देख रही थी और उसने पर्दा नहीं किया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक खुद रेशमा ने ही कहा था कि उसे थाने ले जाया जाए क्योंकि उसे जवाबी हमले का डर था। उधर, रेशमा के वकीलों ने दलील दी कि पुलिस अधिकारी जबरन घर में घुसे और तड़के तीन बजे उसे घसीटते हुए चांदनी महल पुलिस थाने ले गए। वकील ने कहा कि रेशमा को पर्दा करने का समय नहीं दिया गया, जबकि पुलिसकर्मी जानते थे कि वह पर्दानशीं है।