- स्वास्थ शिविर का सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन
मोतिहारी/राजन द्विवेदी।
आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पिपराकोठी में आयोजित स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने किया।
उक्त अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि पिछले 100 दिनों में मोदी सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में त्वरित आधार पर लगभग 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने देश में स्वास्थ्य सेवा वितरण और पहुंच को बढ़ाने के उद्देश्य से कई प्रमुख पहल की हैं। पिछले 100 दिनों में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं में हासिल की गई कई उपलब्धियां भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के विस्तार की हाल ही में की गई घोषणा के अनुसार इसमें 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को शामिल किया गया है। जिससे 4.5 करोड़ परिवारों के लगभग 6 करोड़ लोग लाभान्वित होंगे। विस्तारित योजना इस साल अक्टूबर से लागू की जाएगी और यह दुनिया का सबसे बड़ा सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित स्वास्थ्य कवरेज कार्यक्रम है।
सांसद श्री सिंह ने कहा कि सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं और जन्म से 17 वर्ष तक की आयु बच्चों के पूर्ण टीकाकरण रिकॉर्ड और टीकाकरण सेवाओं के पूर्ण डिजिटलीकरण के लिए यू-विन पोर्टल विकसित किया गया है।
मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 2013-14 में 387 से 2024-25 में 766 तक 98 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
एमबीबीएस की सीटों में 2013-14 (51,348 सीटें) से 2024-25 (11,5812 सीटें) तक 64,464 (यानी, 125 प्रतिशत) की वृद्धि हुई, जबकि पोस्ट ग्रेजुएट सीटों की संख्या में 2013-14 (31,185 सीटें) से 2024-25 (73,111 सीटें) तक 39,460 (यानी, 127 प्रतिशत) की वृद्धि हुई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों के परामर्श से अगले वर्ष की शुरुआत में नई टीबी उपचार पद्धति को शुरू करने के लिए स्वास्थ्य पेशेवरों के प्रशिक्षण और सामग्री के लिए एक विस्तृत रोलआउट प्लान तैयार कर रहा है।
ड्रोन सेवा दुर्गम और कठिन इलाकों में चिकित्सा आपूर्ति और नमूनों की त्वरित एवं प्रभावी आधार पर सुरक्षित डिलीवरी में सहायता के लिए ड्रोन सेवाओं के लिए पंद्रह (15) एम्स/आईएनआई/एनई संस्थानों की पहचान की गई है। 12 संस्थानों में ड्रोन परीक्षण और प्रशिक्षण पूरे हो चुके हैं। ड्रोन दवाओं, टीकों, रक्त, नैदानिक नमूनों और अन्य जीवन रक्षक वस्तुओं को दुर्गम स्थानों तक सुरक्षित, सटीक और विश्वसनीय तरीके से पहुंचाने में मदद करते हैं।