चंपारण की खबर::’नेपाल के रास्ते 3 बार गया जाली नोट खपाने कश्मीर : एसपी

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  • शमशाद के पाक कनेक्शन की भी हो रही है जांच

मोतिहारी / राजन द्विवेदी।

पूर्वी चंपारण पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने जाली नोट के सरगना सहित तीन तस्कर को लगभग दो लाख रुपया के जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया था। तस्करों की गिरफ्तारी वाहन जांच के दौरान बंजरिया थाना क्षेत्र से हुई है। गिरफ्तार तस्कर से कई केंद्रीय एजेंसियों के अलावा स्थानीय पुलिस ने भी पूछताछ की है। गिरफ्तार तस्कर मो.नजरे शमशाद का तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात सामने आयी है। कश्मीर में उसके पास से एक लाख 95 हजार का जाली नोट, चोरी की एक बाइक और एक पिट्ठू बैग बरामद हुआ है। बरामद जाली नोट 500 रुपया के मूल्य के हैं. पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के राडार पर मो.नजरे शमशाद पिछले कई वर्षों से था। शमशाद की गिरफ्तारी को लेकर कई बार जाल बिछाया गया. लेकिन, वह हर बार चकमा दे देता था या अपना प्लान बदल लेता था। लेकिन इस बार वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. मो. नजरे शमशाद को काश्मीर का हैंडलर हैंडल करता था. जिस हैंडलर को काश्मीर में ही गिरफ्तार करने की बात सूत्र बताते हैं।
एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने बताया कि एक लाल रंग की बिना नंबर के मोटरसाइकिल से जाली नोट की खेप लेकर तीन लोगों के आने की सूचना मिली थी। प्राप्त सूचना के आधार पर एएसपी शिखर चौधरी के नेतृत्व में बंजरिया थाना की पुलिस और सूचना इकाई की एक टीम बनाई गई. पुलिस टीम ने शंकर ढाबा के पास नाकेबंदी कर सघन जांच शुरु किया। इसी दौरान एक बाइक पर तीन व्यक्ति आते हुए दिखे, जो पुलिस टीम को देखकर गाड़ी घुमाकर भागने लगे। जिन्हें खदेड़कर खड़वा पुल के पास गिरफ्तार किया गया‌ जाली नोट के साथ गिरफ्तार तस्कर मो.नजरे शमशाद भागलपुर के इशाकचक का रहने वाला है। वहीं शमशाद के साथ गिरफ्तार दो अन्य तस्कर मो.वारिश और मो.जाकिर हुसैन हैं। मो.वारिश भोजपुर जिला के सहार का रहने वाला है। वहीं मो.जाकिर हुसैन पटना के सिगोड़ी का रहने वाला है। बरामद जाली नोट की खेप पाकिस्तान से नेपाल और फिर नेपाल से तस्करी के माध्यम से भारतीय परिक्षेत्र में पहुंचाये जाने की बात तस्करों ने बतायी‌ है ‌
पाकिस्तान से मो. नजरे शमाशद के कनेक्शन पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। पुलिस की टीम विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है। उसका कश्मीर आना जाना होता था। हमारी टीम पाकिस्तान कनेक्शन की जांच कर रही है। अभी तक जो साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर जब्त जाली नोट को कश्मीर में खपाने की बात कहना जल्दबाजी होगी. हमारी जांच चल रही है।