श्री राम तिवारी की रिपोर्ट चंदौली से
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के अंतर्गत सिंचाई विभाग का आए दिन मुद्दा विधानसभा तक उठना रहता है लेकिन चंदौली जिला के एक युवा की हुंकार पर जनपद के सिंचाई विभाग पर विशेष ध्यान देना अधिकारी को मजबूरी हो गई युवा की दहाड़ जनता की पुकार चंदौली जिला धान का कटोरा कहे जाने वाला पंडित कमलापति त्रिपाठी के नेतृत्व में सिंचाई विभाग सबसे बड़ी लापरवाही बनाकर के रह गई है सिंचाई विभाग के किसानों तक पानी नहीं मिल पाता था लेकिन किसानों की पानी को लेकर के और पीडब्ल्यूडी विभाग को लेकर के रोडवेज विभाग को लेकर के विगत कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात करते हुए वहीं पर सिंचाई मंत्री से भी मुलाकात किया गया जब मंत्रालय में आवेदन दिया गया तो उसके बाद सिंचाई विभाग के सभी अधिकारी हरकत में आए एवं सभी विभागों में एक बार हड़कंप मच गया और तत्कालीन सभी विभाग अपने आप को सुधारने में और सुधारने की कोशिश कर रहे थे वहीं पर किसानों की नर्सरी तक पानी न पहुंचने के बाद इस सबसे बड़ी सिंचाई विभाग की लापरवाही और नल विभाग का लापरवाही कहा जाता था किसानों के नर्सरी तक पानी न पहुंचने में जनपद की कुछ विभिन्न छोटे स्तर के अधिकारियों का भी हाथ था लेकिन जब राजनीतिक विधानसभा तक पहुंची तब यह मामला पूरा प्रकाशित किया गया और रोडवेज विभाग से लेकर के सिंचाई विभाग स्वास्थ्य विभाग हर तरफ से शोरूम होने शुरू हो गया कुछ लेखक कारों के सिद्धांतों पर यह पूरा मामला प्रकाशित किया गया और इसको पूर्ण रूप से आगे बढ़ाया गया जो कि विगत कुछ दिन पहले श्री राम तिवारी के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री को आवेदन दिया गया था और इसके बाद यह मामला पूरा प्रकाशित हुआ मंगलवार सिंचाई विभाग के तमाम पदाधिकारी से बात हुई और इस बात पर नर्सरी तक पानी पहुंचाने की बात कहेंगे अगर नर्सरी तक पानी और किसानों तक पानी नहीं पहुंचा तो आगे लोकसभा तक मामला पहुंचा जा सकता है