कोटवा / संजय दुबे ।
जिले के कोटवा एनएच 27 कदम चौक हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित चार दिवसीय 51 कुंडीय नव चेतना गायत्री महायज्ञ का समापन मंगलवार को यज्ञ की पुर्णाहूति के साथ संपन्न हो गया। इस अवसर पर हरिद्वार से आए आचार्य संध्या तिवारी,आचार्य राकेश कुमार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए और पुर्णाहूति में शामिल हुए। मौके पर धर्म की जय की भी नारे लगे। आचार्य ने श्रद्धालुओं को शाकाहारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानव स्वभाव से शाकाहारी है। इसलिए मानव को इसका अनुपालन करना चाहिए। शाकाहारी व्यक्ति ही स्वस्थ्य व दीर्घायु होने के लाभ प्राप्त कर सकता है। प्रत्येक परिवार में संस्कार परंपरा को एक बार फिर से पुर्नजीवित करने पर बल दिया। आचार्य ने आगे बताया कि मनुष्य में देवत्व का उदय और धीरती पर स्वर्ग का औवतरण ही गायत्री परिवार का मुख्य उद्देश्य है। गायत्री परिवार व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण, समाज निर्माण कर राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। गायत्री परिवार की भागीरथ प्रयास की अच्छे नतीजे भी सामने आने लगे है। पुर्णाहूति के अवसर पर साधको व श्रद्धालुओं ने अपनी एक-एक बुराई को छोड़ने के संकल्प लिया। आहूति के पूर्व लोगों ने गायत्री महामंत्र की दीक्षा प्राप्त की।मौके पर यजमान संजू कुमार सिंह,रामचंद्र सिंह,विश्वनाथ सिंह, केदार सिंह,भूपेंद्र सिंह,विश्वनाथ सिंह,रामसागर सिंह, बच्चा बिहारी सिंह,सुरेश प्रसाद कुशवाहा, अमन सिंह, दीपक कुमार,नवनीत कुमार, कन्हैया कुमार,विकास कुमार, आकाश कुमार, विशाल कुमार, विक्की कुमार,आशुतोष कुमार, नितेश कुमार सहित बड़ी संख्या श्रद्धालु शामिल थे।