रिपोर्ट वैभव गुप्ता।
तहसील क्षेत्र के गांव सोना अर्जुनपुर में सात दिवसीय विराट सन्त सम्मेलन में अखिल भारतीय सोहम महामंडल के अध्यक्ष स्वामी सत्यानंद महाराज ने दूसरे दिन प्रवचनों की अमृतवर्षा करते हुए सत्संग की महिमा बताते हुए कहा कि सत्संग सभी को सुनना चाहिए, सत्संग सुनने से मन को शांति मिलती है और मनुष्य भोग विलासिता से दूर हो जाता है। उन्होंने कहा कि मन को संभाले रखने के लिए अनुकूलता जरूरी है। मनुष्य का विषम परिस्थितियों में संतुलन बनाए रखना बुद्धिमता है। शांत स्वभाव वाले व्यक्ति भगवान के नजदीक होते हैं। सत्संग में स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, स्वामी प्रणवानंद जी महाराज, स्वामी प्रज्ञानंद जी महाराज, नारायणानंद जी महाराज, गोपालानंद जी महाराज, अरुण स्वरूप जी महाराजआदि ने भी अपने अपने विचार रखे।कथावाचक राम गोपाल शास्त्री ने सत्संग से पूर्व कथा सुनाई। इस दौरान महेंद्र सिंह,आनंद राणा, सतवीर सिंह, ईश्वर सिंह, शीशपाल सिंह आदि का सहयोग रहा।