सहारनपुर/उप्र/रामपुर मनिहारान मेंप्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वाधान में संस्था की प्रथम मुख्य प्रशासिका मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती का 59 वां स्मृति दिवस उत्साह के साथ मनाया गया।

Breaking news News उत्तरप्रदेश



रिपोर्ट वैभव गुप्ता।
रामपुर मनिहारान।



सोमवार को कस्बे में स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बीके सन्तोष बहन ने कहा कि मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती का ईश्वर में अटूट विश्वास होने के साथ साथ वे ममता व वात्सल्य की मूरत थी।उन्होंने अमृत वेला शक्तिशाली योगाभ्यास करके ईश्वरीय शक्तियों से स्वयं को भरपूर किया। बहन पूनम ने कहा कि मातेश्वरी जगदम्बा सरवस्ती ने 24 जून 1965 को अपनी पुरानी देह त्याग कर सम्पूर्णता को प्राप्त किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि चेयरपर्सन प्रतिनिधि कुलदीप बालियान ने कहा कि हम सभी को बाबा के आदर्शों को अपने जीवन में अपना कर बाबा के समान बनना है। उन्होंने कहा कि हमें दूसरों के अवगुणों को नही देखना बल्कि सभी को प्रेम और अपनत्व से देखना चाहिए तभी हमारा जीवन सफल होगा। कहा कि भगवान के प्रति पूर्ण विश्वास रखें और अपनी चिंताएं भगवान को सौंप कर चिंता मुक्त बन जाएं। नगर पंचायत पूर्व चैयरपर्सन प्रतिनिधि प्रदीप चौधरी ने कहा कि इस ज्ञान रूपी मन्दिर में आकर बहुत अच्छा लगता है। कार्यक्रम में बीके सरिता बहन ने सभी को आत्मविश्वास व आत्मिक शक्ति में वृद्धि के लिए राजयोग का अभ्यास कराया। इस दौरान बीके सुशील भाई, दिनेश रावत, बीके अनामिका, बीके गरिमा, बीके सिदो बहन, सुनीता बहन, जितेंद्र, महेंद्र, सोम सिंह, चौधरी श्यामसिंह पंवार, बसन्त चौधरी, जयपाल सिह, राजकुमार, डा जनक सिंह,नाथीराम, सुभाष, सुरेश चौधरी, मिथलेश, सचिन,कमलेश, सन्देश बहन,प्रमोद भाई, पाला राम, अनूप सिंह, रविन्द्र चौधरी आदि सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।