क्य़ा दलित राज्यपाल के बैठने से नीतीश का हेलीकॉप्टर अपवित्र हो जायेगा?

बिहार
  • बीजेपी का आरोप, गवर्नर को हेलीकॉप्टर नहीं दे रही सरकार

चार्टर प्लेन से देश घूम रहे नीतीश कुमार बिहार के राज्यपाल को सरकारी कार्यक्रमों में जाने के लिए भी हेलीकॉप्टर नहीं दे रहे हैं. बीजेपी ने ये आरोप लगाया है. बीजेपी ने पूछा है कि क्या दलित तबके से आने वाले राज्यपाल के बैठने से नीतीश कुमार का हेलीकॉप्टर अपवित्र हो जायेगा. नीतीश कुमार ने कैसी सोच बना रखी है.

बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष औऱ सांसद संजय जायसवाल ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार सरकार राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को सरकारी हेलीकॉप्टर नहीं दे रही है. राज्यपाल पटना से बाहर जिस भी सरकारी या सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं उन्हें सड़क मार्ग से जाना पड़ रहा है. वहीं नीतीश कुमार राज्य के अंदर सरकारी पैसे से हेलीकॉप्टर पर घूम रहे हैं. राज्य के बाहर चार्टर प्लेन से भ्रमण कर रहे हैं.

संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार के राज्यपाल अनुसूचित जाति से आते हैं. बिहार के प्रति उनकी सोच बेहद सकारात्मक है. राज्यपाल का पदभार ग्रहण करने के तत्काल बाद से ही उन्होंने बिहार के उच्च शिक्षा को सुधारने के लिए क्रांतिकारी कदम उठाया है. लेकिन सरकार उन्हें बेइज्जत कर रही है. लेकिन राज्यपाल इतने विनम्र हैं कि वे कुछ नहीं बोल रहे हैं. संजय जायसवाल ने कहा कि उन्होंने पटना से बाहर के कई कार्यक्रमों में राज्यपाल को सड़क मार्ग से पहुंचते देखा. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल से पूछा कि क्या हेलीकॉप्टर नहीं दिया जा रहा है. फिर भी राज्यपाल ने कुछ भी टिप्पणी करने से मना कर दिया.

संजय जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार को या तो इस बात से परेशानी है कि राज्यपाल अनुसूचित जाति से आते हैं या फिर वे इससे परेशान हैं कि राज्यपाल बगैर किसी विवाद में पड़े उच्च शिक्षा को सुधारने की मुहिम में लगे है. राज्यपाल ने बिहार के यूनिवर्सिटी में सेशन से लेकर परीक्षा समय पर लेने के लिए लगातार कोशिश की है और उसका असर दिखने लगा है. लेकिन नीतीश कुमार को इसी से परेशानी है. वे चाहते हैं कि राज्यपाल राजभवन में अपने कमरे में बंद रहें. संजय जायसवाल ने कहा कि वैसे भी नीतीश कुमार के सन्यास लेने का समय आ गया है. सन्यास लेने से पहले इंसान भ्रमण कर लेता है. नीतीश कुमार तभी भ्रमण करने में लगे हैं.

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